कहां गया छुट्टियों का राशन?
संवाद सहयोगी, सुंदरनगर : उपमंडल सुंदरनगर के बाल विकास परियोजना विभाग के तहत आंगनबाड़ी केंद्र में नौनिहालों को दिया जाने वाला राशन (न्यूट्रीश्यिन) के वितरण पर सवाल उठने लगे हैं। आगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से वितरित किए जाने वाला डेढ़ माह का राशन नौनिहालों के अनुपस्थित रहने के बावजूद बांट दिया गया है। जून-जुलाई में स्कूलों में छुट्टियां थी और आंगनबाड़ी में भी बच्चे नहीं थे। इस दौरान आंगनबाड़ी में न्यूट्रिश्यिन राशन सामान्य दिनों के बराबर बांटा गया। आंगनबाड़ी केंद्र द्वारा वितरित किए गए राशन के आंकड़े एमआइएस पर भी दिखाए गए हैं, जबकि छुट्टियों के चलते अधिकतर परिवार अन्य गांव तथा शहर से बाहर रहते हैं।
सुंदरनगर में वर्तमान में 14 मिनी सहित 360 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। नगर परिषद के 13 वार्डो के दायरे में 38 आंगनबाड़ी केंद्र चल रहे हैं। इनमें विभाग के अनुसार तीन वर्ष तक आयु वर्ग के बच्चों को राशन घर में देने का प्रावधान किया गया है। तीन से अधिक आयु वर्ग के बच्चों को पकाकर पोषक तत्व देने का प्रावधान है। इस योजना के तहत क्षेत्र के 10 हजार से अधिक बच्चों को दिए जाने वाले राशन में 85 क्विंटल चावल चावल प्रति माह बांटे जाते हैं। इसके अलावा चीनी, सोया बड़ी सहित अन्य सामग्री वितरित की जाती है। उपमंडल के दायरे में एक समान ही राशन बांटा जा रहा है, जबकि इस दौरान डेढ़ माह जून और जुलाई में जब अन्य स्कूल बंद होते हैं।
गौर हो कि आंगनबाड़ी में यूनिसेफ द्वारा संचालित न्यूट्रीश्यिन के तहत राशन के वितरण के लिए विभाग की कोई सही नीति नहीं है।
सीडीपीओ सुंदरनगर कृष्ण पाल शर्मा ने बताया कि विभाग के पास छुट्टियों के दौर के उपलब्ध रिकार्ड में सामान्य दिनों के आधार पर ही राशन का वितरण दर्शाया गया है। विभाग इस संबंध में जांच करेगा।