जिला परिषद मंडी की बैठक में हंगामा
जागरण संवाददाता, मंडी : जिला परिषद मंडी की शुक्रवार को हुई बैठक में जिला परिषद सदस्यों ने 13वें वित्तायोग की ग्राट न मिलने के मुद्दे पर हंगामा कर दिया। बैठक में भाजपा के साथ ही काग्रेस समर्थित पार्षदों ने भी इस पर कड़ा ऐतराज जताया। पार्षदों ने कहा कि ग्राट रोक कर सरकार ने ठीक नहीं किया। गुस्साए पार्षदों को एडीसी मंडी गोपाल चंद ने शात करवाया। उल्लखेनीय है कि 13वें वित्तायोग की ग्राट फिल जिप व बीडीसी सदस्यों को देने को लेकर सरकार ने रोक लगाई हुई और इसे लेकर अब हगामा हो रहा है। जिला परिषद के अध्यक्ष खीरामणी की अध्यक्षता में हुई बैठक में गत तिमाही के आय-व्यय पर चर्चा की गई तथा चालू वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए बजट का भी अनुमोदन किया गया। बैठक में विभिन्न विभागों से संबंधित लगभग 70 मद्दों पर चर्चा की गई तथा 40 का निपटारा किया गया तथा शेष को शीघ्र निपटारे के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिए गए। कार्यकारी अधिकारी एवं अतिरिक्त उपायुक्त मंडी गोपाल चंद ने बताया कि प्रदेश सरकार ने पंचायती राज अधिनियम में संशोधन कर वित्तीय अधिकार कार्यकारी अधिकारी को प्रदान किए हैं, जिससे विकास कार्यो में और तीव्रता लाई जा सकेगी। ग्रामीण क्षेत्र के विकास में ग्राम पंचायतों, पंचायत समिति तथा जिला परिषद का अहम योगदान रहता है। प्रदेश सरकार की विकासात्मक योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचाने के लिए अधिकारियों की अहम भूमिका होती है। इसलिए अधिकारियों का दायित्व है कि जो भी शिकायतें उनके ध्यान में लाई जाती है, उन्हें गंभीरता से लेकर इसका समाधान प्राथमिकता के आधार पर करें। इस अवसर पर उपाध्यक्ष जिला परिषद सरोज धूमल, पंचायत समिति के अध्यक्ष व जिला परिषद सदस्य आदि मौजूद रहे।