भुंतर में वाहनों की भरमार, पार्किंग की दरकार
संवाद सूत्र, भुंतर : जिला के प्रवेशद्वार भुंतर में साल दर साल वाहनों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
संवाद सूत्र, भुंतर : जिला के प्रवेशद्वार भुंतर में साल दर साल वाहनों की संख्या में इजाफा हो रहा है। वर्तमान में क्षेत्र में वाहनों की संख्या हजारों से भी अधिक हो चुकी है। विडंबना यह है कि नगर पंचायत के पास एक भी पार्किंग नहीं है और जो पार्किंग है भी वह भी निजी स्तर पर चल रही है। उनकी क्षमता भी बहुत कम वाहनों के लिए है। ऐसे में मजबूरन वाहन चालकों को नो पार्किंग जोन में वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था भी डगमगाने लगी है। स्थानीय निवासी तो पार्किंग अव्यवस्था से परेशान हैं ही लेकिन अन्य क्षेत्रों से आने वाले सैलानी भी इस समस्या से खासे परेशान होते हैं। हालांकि शहर में नेताओं द्वारा पार्किंग व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए बरसों से मौखिक रूप से कई योजनाएं चलाने की बात की जा रही है, लेकिन किसी भी योजना को आज तक अमल में नहीं लाया गया है। ऐसे में शहर में रोजाना घंटों यातायात बाधित रहता है। बावजूद इसके आज तक नगर पंचायत पार्किंग के मसले पर गंभीर नजर नहीं आई। ऑफ सीजन तो जैसे कैसे कट जाता है, लेकिन समर सीजन में पर्यटक वाहन बढ़ते ही भुंतर शहर के साथ-साथ झीड़ी व शमशी तक राजमार्ग जाम हो जाता है। कई बार दो से चार घंटे तक सैलानी भारी ट्रैफिक जाम का सामना करते हैं। जहां स्थानीय लोग ट्रैफिक व्यवस्था की खराब हालत के लिए पुलिस को कसूरवार ठहराती है, वहीं असलियत तो यह है कि क्षमता से अधिक वाहनों का बोझ ढो रहे भुंतर में बिना उचित पार्किंग व्यवस्था के ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रखना पुलिस के बस में भी नहीं है। भुंतर में लगभग दो सौ वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था है। इसके बावजूद ट्रैफिक जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है।
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समस्या से दिलाएंगे निजात : राणा
नगर पंचायत भुंतर की उपाध्यक्ष नीना राणा का कहना है कि नगर पंचायत जल्द ही शहर में बेहतर पार्किंग की व्यवस्था करने को प्रयासरत है। नपं शहर में स्थित मेला स्थल में छत डाल कर उसकी उपरी मंजिल पर पार्किंग बनाने पर विचार कर रही है।