मांगें ने मानी तो 20 से 30 अप्रैल तक होंगे प्रदर्शन
संवाद सहयोगी, कुल्लू : जिला कुल्लू में सीटू राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक सीटू कार्यालय में हुई। बैठ
संवाद सहयोगी, कुल्लू : जिला कुल्लू में सीटू राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक सीटू कार्यालय में हुई। बैठक के दौरान केंद्र व राज्य सरकारों की ओर से मजदूरों की मांगों पर अड़ियल रवैया अपनाने को लेकर कड़ी ¨नदा की गई। हाल ही में राज्य सरकार ने मजदूरों के वेतन में मात्र 10 रुपये प्रतिदिन की बढ़ोतरी करना, मिड डे मील के वेतन में राज्य सरकार ने 13 साल बाद 6.30 रुपये प्रतिदिन की बढ़ोतरी करना, आंगनबाड़ी हेल्पर्ज-वर्कर्ज के वेतन में नौ साल बाद 300 व 550 रुपये की बढ़ोतरी करना व अन्य स्कीम वर्कर्ज को नाममात्र की बढ़ोतरी करना उनके साथ भद्दा मजाक है। सीटू ने आरोप लगाया है कि निर्माण मजदूरों का श्रमिक कल्याण बोर्ड में पंजीकरण नहीं किया जा रहा है। मनरेगा में 80 दिनों का कार्य नहीं दिया जाता। राज्य अध्यक्ष जगत राम, राज्य महासचिव प्रेम गौतम सहित सीटू ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि मजदूरों को 18 हजार रुपये न्यूनतम वेतन दिया जाए, आंगनबाड़ी वर्कर्ज को 8500 रुपये व हेल्पर्ज को 4250 रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जाए। बैठक के दौरान सीटू राज्य कमेटी ने निर्णय लिया कि यदि सरकार ने मनरेगा व अन्य निर्माण मजदूरों का श्रमिक कल्याण बोर्ड में पंजीकरण नहीं किया गया तो 20 से 30 अप्रैल तक पूरे प्रदेश के जिला, ब्लॉक मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।