विश्व पर्यटन मानचित्र पर चमकेगा शाघड़
जागरण संवाददाता, कुल्लू : यूनेस्को की विश्व धरोहर ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के इको जोन में बसा है एक बहुत ही खूबसूरत गाव शाघड़। लगभग 228 बीघा क्षेत्र में फैला हरा-भरा मैदान और इसके आसपास के घने जंगल इस छोटे से गाव की खूबसूरती में चार चाद लगाते हैं। प्रदेश सरकार के प्रयासों से अब यह गाव विश्व पर्यटन मानचित्र में अपनी अलग पहचान बनाने की ओर अग्रसर हो रहा है। सरकार इस गाव को प्राथमिकता के आधार पर सड़क से जोड़ने पर जोर दे रही है। लगभग आठ किलोमीटर लंबी रोपा-शाघड़ सड़क का कार्य प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत युद्धस्तर पर करवाया जा रहा है। इस पर करीब 2.30 करोड़ की धनराशि खर्च की जा रही है। गत दिनों विधायक कर्ण सिंह ने जिलाधीश राकेश कंवर व सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शाघड़ का दौरा करके यहा पर्यटन की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
विधायक कर्ण सिंह का कहना है कि शाघड़ को सड़क से जोड़ना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है और इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। सड़क बनने के बाद शाघड़ की कायाकल्प हो जाएगी और देश-विदेश के पर्यटक यहा आने लगेंगे। ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क को विश्व धरोहर का दर्जा मिलने से भी शाघड़ में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी। इससे स्थानीय लोगों को घरद्वार पर ही रोजगार के अवसर मिलेंगे। प्रदेश सरकार ने ग्राम पंचायत शाघड़ को जलविद्युत प्रभावित क्षेत्रों में शामिल किया है। इससे यहा विकास कायरें में धन की कमी नहीं रहेगी। विधायक के साथ शाघड़ पहुंचे जिलाधीश राकेश कंवर ने कहा कि भविष्य में पर्यटन के विस्तार की अपार संभावनाओं को देखते हुए क्षेत्रवासी अभी से तैयारी शुरू कर दें। उन्होंने लोगों से गाव की पारंपरिक पहचान बनाए रखने तथा पर्यावरण संरक्षण पर विशेष जोर देने की अपील भी की। उन्होंने गाव में मकानों का निर्माण पारंपरिक तरीके से ही करने पर जोर दिया और कहा कि इससे शाघड़ को हेरिटेज विलेज के रूप में विकसित किया जा सकेगा। गाव का यही रूप पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन सकता है।