आध्यात्म की किरणों से नष्ट होते हैं विकार
कांगड़ा : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के तत्वावधान में आयोजित सत्संग में स्वामी सूर्यानंद ने कहा कि
कांगड़ा : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के तत्वावधान में आयोजित सत्संग में स्वामी सूर्यानंद ने कहा कि आत्मा और मन की शुद्धि के लिए लगातार प्रयास करते रहना चाहिए। मटौर स्थित गुरु धाम में रविवार को आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें अपनी दिनचर्या से लेकर शौच और कर्म पर भी ध्यान देने की जरूरत है। सूर्यानंद ने कहा गुरु के ज्ञान और आध्यात्म की किरणों से विकार नष्ट होते हैं। जब हम परमात्मा का सिमरन अथवा ध्यान करते हैं तो उस समय परमात्मा से मिलने वाली शक्ति अग्नि के रूप में हमारे भीतर की अस्वच्छता को जलाकर भस्म कर देती है। फिर आत्मा में निखार आ जाता है और वह चमकने लगती है। मन की शुद्धि और श्रेष्ठ संकल्पों का प्रवास होने लगता है। स्वामी सूर्यानंद ने कहा साधना शरीर और आत्मा दोनों के लिए लाभकारी है। जब शरीर स्वस्थ रहेगा तभी हम पूर्ण रूप से मन को भी स्वस्थ रखने में कामयाब होंगे। इस मौके पर संस्थान के हिमाचल के प्रभारी स्वामी हरीशानंद ने बताया कि समाज सुधार के कई कार्यक्रम दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने चलाए हैं। इस मौके पर वीपी शर्मा व राकेश कथूरिया सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।