एक ऐसा अस्पताल जहां चूहों की मौज
संवाद सहयोगी, पालमपुर : लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च
संवाद सहयोगी, पालमपुर : लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। साथ ही अस्पतालों में सफाई व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है लेकिन सिविल अस्पताल पालमपुर में इससे विपरीत हो रहा है। यहां वार्डो में चूहों के आतंक से मरीजों व तीमारदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चूहे मरीजों के सामान को नुकसान पहुंचाने के साथ ही प्लेग जैसी घातक बीमारी को न्योता दे रहे हैं।
हालांकि दो दिन पूर्व अस्पताल के शिशु वार्ड में घूम रहे चूहों को लेकर मरीजों ने अस्पताल प्रशासन से शिकायत की तो आननफानन में प्रशासन ने जगह-जगह चूहेदानी स्थापित कर एक चूहे को तो काबू कर लिया पर अब भी कई चूहे वार्ड में देखे जा रहे हैं और ये अस्पताल की सफाई व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं। यही नहीं सरकार की ओर से छह माह पूर्व अस्पताल को स्तरोन्नत कर 200 बिस्तर का किया गया है पर अभी भी 96 बिस्तर से ही काम चलाया जा रहा है। चूहों के आतंक से परेशान मरीजों को बरामदे में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। अस्पताल प्रशासन की ओर से कुछ ही समय में आपातकालीन सेवाओं में किया गया बदलाव भी मरीजों की दिक्कतें बढ़ा रहा है। मरीजों व तीमारदारों का कहना है कि शायद प्रदेश का यह पहला अस्पताल है जहां आपातकालीन सेवाएं दूसरी मंजिल में संचालित की जा रही हैं। यहां गंभीर मरीजों को पहुंचाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व में आपातकालीन सेवाओं को पुराने भवन की धरातल में स्थापित किया गया था और यहां मरीजों को पहुंचाना काफी आसान था। वर्तमान में दूसरी मंजिल में संचालित आपातकालीन सेवाओं से मरीजों को पुराने भवन से होकर लगभग 300 मीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है। रविवार को अस्पताल में आए गंभीर मरीज को आपातकालीन सेवाओं तक पहुंचाने के लिए तीमारदारों का काफी मशक्कत करनी पड़ी। रविवार को नए भवन के रैंप में पेंट करने के कारण इसे बंद रखा गया था। साथ ही करोड़ों रुपये से स्थापित लिफ्ट भी बंद रखी गई थी। ऐसे में मरीज को आपातकालीन सेवाओं तक लाने में तीमारदारों का काफी समय बर्बाद हुआ। तीन उपमंडलों पालमपुर, बैजनाथ व जय¨सहपुर सहित नगरोटा बगवां व मंडी के जोगेंद्रनगर तक मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने वाले सिविल अस्पताल पालमपुर में हर दिन आने वाले मरीजों को पर्ची बनाने के लिए भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
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'चिल्ड्रन वार्ड में घुसे चूहे को पकड़ लिया है। रविवार को नए भवन के रैंप को सफेदी करने के लिए कुछ देर के लिए बंद किया गया था और इसे बाद में खोल दिया गया था। मरम्मत कार्यो व अस्पताल में मरीजों की कमी के कारण लिफ्ट को बंद रखा जाता है। अस्पताल में त्रुटियों को शीघ्र दूर किया जाएगा।'
-डॉ. विनय महाजन, चिकित्सा अधीक्षक सिविल अस्पताल पालमपुर