ज्वालामुखी में 30 साल पुरानी पेयजल योजना हांफी
देसराज, खुंडियां (ज्वालामुखी) : ज्वालामुखी में देश-विदेश से प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते हैं, लेकिन
देसराज, खुंडियां (ज्वालामुखी) : ज्वालामुखी में देश-विदेश से प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते हैं, लेकिन यहां पेयजल की किल्लत अक्सर रहती है। इससे स्थानीय लोगों के साथ श्रद्धालुओं को भी परेशानी होती है। यहां के लिए बनी पुरानी योजना कब की हाफ चुकी है। ज्वालामुखी के लोग आज भी 30 वर्ष पुरानी पेयजल योजना पर निर्भर हैं। 30 वर्ष पुरानी हार नकेड़-जवालामुखी पेयजल योजना दम तोड़ चुकी है। इस योजना की पाइप लाइन जंग के कारण खराब हो चुकी है। इस कारण लीकेज होती है, लेकिन इस समस्या की तरफ किसी का ध्यान नहीं है। वीरभद्र सरकार ने ज्वालामुखी में 24 घटे पानी देने की घोषणा की थी, लेकिन यह घोषणा भी मात्र घोषणा ही रही। स्थानीय निवासी गोपाल सिंह, रमेश चंद, कपलु, संजू बाबा, व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनीश सूद, ज्वालामुखी की नगर परिषद अध्यक्ष भावना सूद, सरवण शर्मा, सन्नी व बबली नगर पार्षद ने विधायक संजय रतन से पानी की समस्या को शीघ्र हल करने की माग की है। आइपीएच के अधिशाषी अभियंता सुरेश महाजन का कहना है कि ज्वालामुखी में जल्द ही पीने के पानी की समस्या को हल कर दिया जाएगा। विभाग इसके लिए पूरी तरह तैयार है। ज्वालामुखी के विधायक संजय रतन ने कहा कि ज्वालामुखी के लिए सिलह से पानी की बड़ी योजना है। इस पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। योजना के बन जाने के बाद क्षेत्र की पेयजल की समस्या पूरी तरह से हल हो जाएगी।