टाडा में सामान्य रही स्वास्थ्य सेवाएं
जागरण संवाददाता, कागड़ा : डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा रेजिडेंट डॉ
जागरण संवाददाता, कागड़ा : डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा रेजिडेंट डॉक्टर भी सोमवार को हड़ताल पर रहे, परंतु लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं में कोई दिक्कत नहीं आई। इमरजेंसी से ओपीडी तक मरीजों की सामान्य दिनों की तरह जांच की गई। रेजिडेंट डॉक्टर तो ओपीडी में नहीं बैठे, लेकिन वरिष्ठ चिकित्सक दिनभर मोर्चे पर डटे रहे।
रूटीन के ऑपरेशन के लिए किसी भी मरीज को डेट नहीं दी गई थी, परंतु गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचे चार मरीजों के ऑपरेशन भी किए गए। हालांकि टांडा मेडिकल कॉलेज में ओपीडी में सोमवार को मरीजों का आंकड़ा कम ही रहा। सामान्य दिनों में 1700 से 2000 के बीच मरीज टांडा मेडिकल कॉलेज पहुंचते हैं, परंतु सोमवार को 1300 मरीज ही आए। स्त्री रोग विभाग, सर्जरी व मेडिसिन विभाग को छोड़ दें तो अन्य विभागों में ओपीडी 12 बजे तक खाली हो गई थीं।
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टांडा मेडिकल कॉलेज में सोमवार को भी अन्य दिनों की तरह मरीजों की जांच की गई। उन्हें सभी तरह की सुविधाएं दी गई। रूटीन के ऑपरेशन के लिए पहले ही मरीजों को डेट नहीं दी गई थी। गंभीर हालत में पहुंचे चार मरीजों के ऑपरेशन भी किए गए। रेजिडेंट डॉक्टर तो हड़ताल पर रहे, परंतु वरिष्ठ चिकित्सकों ने ओपीडी में दिनभर कमान संभाले रखी।
-डॉ. रमेश भारती, प्राचार्य टांडा मेडिकल कॉलेज।
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सरकार को चिकित्सकों की जायजा मांगों को जल्द मान लेना चाहिए। देश के कई राज्यों में चिकित्सकों के साथ अभद्र व्यवहार व मारपीट की घटनाओं को रोकने के लिए मेडिकल प्रोटेक्शन बिल लागू किया गया है। हिमाचल में भी ऐसे कई मामले हो चुके हैं तथा स्वास्थ्य मंत्री से इस बिल को लागू करने की कई बार मांग की जा चुकी है। अगर सरकार ने जल्द फैसला नहीं लिया तो टेमकॉट को मजबूरन हड़ताल में शामिल होना पड़ेगा।
-डॉ. राजकुमार, अध्यक्ष टेमकॉट।