महापुरुषों के अनुसरण से मिलती है सफलता : महात्मा तिलक
संवाद सहयोगी, गगल : महात्मा तिलक राज डोगरा ने कहा कि महापुरुषों का जीवन फूलों की भाति खुशबू वाला होत
संवाद सहयोगी, गगल : महात्मा तिलक राज डोगरा ने कहा कि महापुरुषों का जीवन फूलों की भाति खुशबू वाला होता है। खुशबू ठंडक भी बिखेरती है और उसी से खुशी प्राप्त होती है। कांटों से कहीं किसी को सुख नहीं मिलता। छायादार वृक्ष हमेशा दूसरों को छाया देते है परंतु अगर हम बांस के नीचे बैठ जाए तो उसको छाया नसीब नहीं होती।
संत निरंकारी भवन घुरकड़ी में साप्तहिक सत्संग में अमृतवर्षा करते हुए महात्मा तिलक राज डोगरा ने कहा कि सुख-दुख क्षणभंगुर होते हैं। जैसे कोई दोपहर का खाना खाकर कहता है आनंद आ गया, लेकिन वह आनंद कुछ समय के लिए होता है क्योंकि रात को फिर भूख लगती है। फिर खाना खाता है और फिर कहता है आनंद आ गया। इस अवसर पर सत्संग में महात्मा किशोरी लाल, महात्मा मनोहर सिंह, महात्मा जय चंद व स्वरूप सिंह ने भी अमृतवाणी के माध्यम से सद्संगत को ज्ञान का पाठ पढ़ाया।