कृत्रिम झरने व फव्वारे पर जमी काई लगा रही सुंदरता पर ग्रहण
जागरण संवाददाता, नगरोटा बगवां : गांधी ग्राउंड के सुंदरीकरण पर बेशक लाखों रुपये खर्च किए गए हों मगर म
जागरण संवाददाता, नगरोटा बगवां : गांधी ग्राउंड के सुंदरीकरण पर बेशक लाखों रुपये खर्च किए गए हों मगर मौजूदा समय में कृत्रिम झरने एवं फव्वारे के पानी में जमी काई सुंदरता पर ग्रहण लगा रही है। इस फव्वारे को नियमित रूप से न चलाए जाने के कारण जमा हुए पानी से उठने वाली दुर्गध गांधी मैदान के किनारे सैर करने वालों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। फव्वारे के अंदर गंदगी का भी साम्राज्य है। गांधी मैदान के किनारे बच्चों के लिये पार्क बनाया गया है। इस पार्क में गाजर घास इतनी बढ़ गई है कि वहां पर स्थापित झूले उसमें ओझल हो गए हैं। यह पार्क गांधी ग्राउंड के एक छोर पर बनाया तो गया है बच्चों के खेलने के लिये परंतु मौजूदा समय में हालात ऐसे हैं कि वहां पर झूले झूलना तो दूर बैठना तक दूभर हो गया है। पार्क में बड़े-बुजुर्गो के लिए हालांकि बैंच स्थापित किए गए हैं मगर इनके आस-पास जमीन कीचड़ का रूप ले चुकी है। दुर्गध इतनी कि बैठना तो दूर वहां से गुजरना भी मुश्किल है। नगर परिषद द्वारा गांधी मैदान के सुंदरीकरण पर लाखों रुपये खर्च करने के दावे किए जाते हैं तथा इस संबंध में कहां कितने पैसे खर्च हुए उसके आंकड़े भी समय-समय पर प्रस्तुत किए जाते रहे हैं परंतु जो तस्वीर सामने आ रही है वह जमीनी हकीकत को बयां कर रही है जिससे दावों की पोल खुलना तथा आंकड़ों को झुठलाना स्वभाविक ही है। टूटे झूले, गंदगी के ढेर पार्क की सुंदरता पर ग्रहण लगा रहे हैं तो वहीं बच्चे भी अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
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इस पार्क में सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित बनाने के लिए विशेष तौर पर योजना बनाई जाएगी। फव्वारे को नियमित रूप से चलाने के लिए प्रबंध किए जा रहे हैं। इस फव्वारे के चारों ओर लोहे की दीवार लगाई गई है ताकि शरारती तत्व अंदर न जा सकें। इस फव्वारे के अंदर इकट्ठे हुए पानी की समय रहते सफाई करवाई जाएगी।
हिमाद्री सोनी, अध्यक्ष, नगर परिषद नगरोटा बगवां।