आजीविका के साधन बढ़ाने पर ध्यान दें अधिकारी : पठानिया
संवाद सूत्र, रैत : मध्य जलागम विकास परियोजना के विकास मंडल धर्मशाला द्वारा विभिन्न पंयायतों मे आ
संवाद सूत्र, रैत : मध्य जलागम विकास परियोजना के विकास मंडल धर्मशाला द्वारा विभिन्न पंयायतों मे आयोजित किए जाने वाले पशु चिकित्सा उपचार शिविर एवं कार्यशाला का आयोजन ग्राम पंचायत चड़ी में किया गया। इसका शुभारंभ उपाध्यक्ष, वन निगम केवल सिंह पठानिया द्वारा किया गया।
उन्होंने इस अवसर पर बताया कि यह परियोजना एक सर्वागीण ग्राम विकास परियोजना है जो कि प्रदेश के 10 जिलों व 721 पंचायतों में चलाई जा रही है। इस उत्तम परियोजना के अंतर्गत अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिनमें प्रमुखतौर पर ग्रामीण स्तर पर रोजगार के अवसर प्रदान करना एवं जल संरक्षण पर जोर देना शामिल है ताकि कृषि, पशुपालन, बागवानी, चारा एवं ईंधन इत्यादि का उत्पादन और स्वरोजगार के अवसर ग्रामीण युवाओं के लिए उपलब्ध हो सकें।
उन्होंने इस अवसर पर परियोजना द्वारा किए जा रहे कायरें के बारे में भी जानकारी दी और कहा कि इस परियोजना के अंतर्गत होने वाले कायरें का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है ताकि पात्र लोगों खासकर अति निर्धन, विधवाओं आदि को विशेष रूप से इस योजना का लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने परियोजना के अधिकारियों और कर्मचारियों को यह भी सुझाव दिया कि वह ज्यादा से ज्यादा आजीविका के साधन बढ़ाने पर जोर दें। उन्होंने परियोजना में हो रहे कायरें पर संतोष व्यक्त किया।
इस मौके पर मुख्यातिथि ने 200 लोगों को दवाओं की किटें एवं आजीविका संवर्धन में 12 महिलाओं को बुनाई की मशीनें तथा 10 लोगों को ब्रास बैंड वितरित किए।
मध्य जलागम विकास परियोजना के क्षेत्रीय परियोजना निदेशक डा. पवनेश शर्मा ने परियोजना द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। स्थानीय पशु चिकित्सक ने लोगों को पशुओं की संभाल एवं उपचार आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इससे पूर्व पंचायत चड़ी के प्रधान नरेंद्र काकू ने मुख्यातिथि और अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों एवं लोगों का स्वागत किया।
इस कार्यक्रम में राकेश कटोच (वन मंडल अधिकारी, मुख्यालय), डीडी शर्मा, सुशील शर्मा, लालमन, मधुवाला, नीना ठाकुर व परियोजना तथा अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।