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पुराना कांगड़ा में 22 लोगों को पीलिया

जागरण संवाददाता, कांगड़ा : पुराना कांगड़ा और आसपास के क्षेत्रों में पीलिया का प्रकोप बढ़ गया है। वीरवा

By Edited By: Published: Thu, 18 Dec 2014 09:13 PM (IST)Updated: Thu, 18 Dec 2014 09:13 PM (IST)
पुराना कांगड़ा में 22 लोगों को पीलिया

जागरण संवाददाता, कांगड़ा : पुराना कांगड़ा और आसपास के क्षेत्रों में पीलिया का प्रकोप बढ़ गया है। वीरवार को 22 लोगों के इस रोग की चपेट में आने की पुष्टि हुई है। पीड़ित लोगों में बच्चों से लेकर बुजुर्ग शामिल हैं। स्थिति को भांपकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वीरवार को क्षेत्र का दौरा किया।

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ज्यादातर मामले पुराना कांगड़ा के वार्ड नंबर एक व दो से संबंधित हैं। इसके अलावा राजल, नटेहड़ व कांगड़ा मंदिर बाजार व कांगड़ा में भी लोग इस रोग की चपेट में आए हैं। सिविल अस्पताल कांगड़ा में सात मरीज उपचाराधीन हैं। बुधवार को छह मामले सामने आए थे, जबकि वीरवार को 16 और नए मामले सामने आए हैं। इन लोगों का इलाज ओपीडी में किया गया है और दवा देकर घर भेज दिया है। वीरवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुराना कांगड़ा का दौरा और घर-घर लोगों का स्वास्थ्य जांचा। शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य कार्यक्रम अधिकारी भी क्षेत्र का दौरा करेंगे। स्वास्थ्य विभाग की टीम का नेतृत्व कर रही खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. स्नेहलता ने बताया कि पानी के सैंपल भी जांच के लिए हैं। उन्होंने बताया कि लोगों को सचेत किया है कि अगर उन्हें इस बीमारी के लक्षण लगें तो वे स्वास्थ्य केंद्रों में चेकअप करवाएं। वहीं, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग ने वीरवार को पेयजल भंडारण टैंकों की जांच की।

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'सिविल अस्पताल कांगड़ा में इस समय पीलिया से पीड़ित सात लोग उपचाराधीन हैं। वीरवार को 16 लोगों की ओपीडी में जांच की गई और उन्हें दवाएं दी गई हैं।'

डॉ. गुरदर्शन गुप्ता, एसएमओ कांगड़ा

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'रोग से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद है। पुराना कांगड़ा के सभी वार्डो में विभागीय टीम ने डोर टू डोर अभियान छेड़ा है। इसके तहत वीरवार को लोगों की जांच की गई। बीमारी से पीड़ित लोगों के रक्त के नमूने जांच को लिए गए हैं।'

-डॉ. स्नेहलता, खंड चिकित्सा अधिकारी तियारा।

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'विभागीय कर्मचारियों ने पेयजल भंडारण टैंकों में सुपरक्लोरीनेशन की है। 15 दिन में दो बार पानी के सैंपल जांच के लिए जाते हैं। इसके अलावा हर दिन पेयजल की जांच की जाती है। पेयजल पाइपों के रिसाव की जांच की गई है और कहीं भी कोई रिसाव नहीं मिला है।'

-राजीव डोगरा, सहायक अभियंता सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग

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बीमारी के लक्षण

संक्रमित व दूषित पानी के सेवन से पीलिया होता है। खुले में शौच जाने व दूषित खाना खाने से भी व्यक्ति इस रोग की चपेट में आ सकता है। बुखार आना, भूख कम लगना, पेशाब पीला आना, पेट में दर्द होना, पेट फूलना व शरीर पीला दिखना ही इस रोग के लक्षण हैं।

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बचाव व परहेज

साफ पानी का इस्तेमाल करें। मैदे की चीजों, नमक, तली सामग्री, मांस व चर्बीयुक्त खाद्य सामग्री का बिलकुल भी इस्तेमाल न करें।


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