एमबीबीएस की सौ सीटों की मान्यता के लिए जांची व्यवस्थाएं
जागरण संवाददाता, टांडा : भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआइ) की दो सदस्यीय टीम सोमवार को डॉ. राजेंद्र प्र
जागरण संवाददाता, टांडा : भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआइ) की दो सदस्यीय टीम सोमवार को डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आरपीजीएमसी) कांगड़ा स्थित टांडा पहुंची। एमसीआइ के निरीक्षक के रूप में आगरा के मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल एवं डीन डॉ. अजय अग्रवाल व हल्द्वानी के मेडिकल कॉलेज के डॉ. जेएस वर्मा एमबीबीएस के चौथे बैच की सौ सीटों की मान्यता के संबंध में व्यवस्थाएं जांचने के लिए टांडा पहुंचे हैं। दोनों सदस्य सुबह करीब नौ बजे ही आरपीजीएमसी पहुंच गए थे। इनके आने के बारे में अस्पताल प्रशासन को कोई जानकारी नहीं थी। जब तक अस्पताल प्रशासन को पता चल पाता तब तक दोनों निरीक्षक अस्पताल का दौरा कर चुके थे। बाद में सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ. रमेश भारती, मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ. धीरज कपूर व चिकित्सा उप अधीक्षक डॉ. दिपाली ने एमसीआइ के सदस्यों को आरपीजीएमसी में रोगियों व प्रशिक्षु डॉक्टरों को दी जा रही सुविधाओं से अवगत करवाया।
एमबीबीएस के चौथे बैच की 100 सीटों की मान्यता के लिए 1 अप्रैल 2014 को एमसीआइ की टीम ने आरपीजीएमसी का दौरा किया था। उस दौरान अस्पताल में अनेक आधारभूत कमियां पाए जाने पर सौ सीटों की मान्यता के लिए मना कर दिया गया था। सरकार द्वारा इस मामले में हस्तक्षेप के बाद मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) की ओर से एमसीआइ को शपथपत्र सौंपा गया था कि सारी कमियों को दुरुस्त कर दिया जाएगा। उसके बाद आरपीजीएमसी में एमबीबीएस की सौ सीटों के लिए हामी भरी गई थी। अब एमसीआइ यह जांचने के लिए पहुंची है कि जो कमियां गिनाई गई थी उन्हें ठीक किया गया है या नहीं। हालांकि सोमवार को एमसीआइ निरीक्षकों ने आरपीजीएमसी का दौरा करने के साथ-साथ यहां कार्यरत स्टाफ के प्रमाणपत्रों की जांच की है। दोनों सदस्य मंगलवार को भी आरपीजीएमसी में निरीक्षण करेंगे।