एक चिकित्सक व नर्स के हवाले गरली अस्पताल
संवाद सहयोगी, देहरा : चिकित्सकों की कमी के कारण देहरा उपमंडल के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल
संवाद सहयोगी, देहरा : चिकित्सकों की कमी के कारण देहरा उपमंडल के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल हैं। उपमंडल के गरली के सामुदायिक अस्पताल में भी चिकित्सकों की कमी के कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। सामुदायिक अस्पताल गरली में 30 बिस्तर की सुविधा उपलब्ध करवाने की बात फाइलों में ही दब कर रह गई है। क्षेत्र की करीब 20 पंचायतों के हजारों लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल का जिम्मा मात्र एक चिकित्सक के हवाले है। अस्पताल में चिकित्सकों के तीन पद कई सालों से रिक्त हैं। इसके अलावा चीफ फॉर्मासिस्ट का पद भी सालों से रिक्त है। मात्र एक नर्स एवं एक चिकित्सक के सहारे चल रहा गरली अस्पताल लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं देने में असहज प्रतीत हो रहा है। अस्पताल में पहले रोजाना 100 से 150 मरीज इलाज करवाने पहुंचते थे, लेकिन स्टॉफ की कमी कारण ओपीडी 30 से 35 रह गई है।
गरली के प्रधान धर्मवीर, मूहीं की प्रधान स्नेह लता ने सरकार पर गरली क्षेत्र से सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है। गरली अस्पताल में 108 एंबुलेंस सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। लोगों को निजी वाहनों में दूर-दराज इलाज के लिए जाना पड़ रहा है।
उधर, जसवां परागपुर से विधायक विक्रम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार के काल में स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल हैं। चिकित्सकों की कमी हर अस्पताल की समस्या है। वह आगामी विस सत्र में गरली अस्पताल में असुविधाओं के मुद्दे को उठाएंगे।