आयुर्वेदिक कॉलेज में एक माह से एक्स-रे बंद
संवाद सहयोगी, बैजनाथ : हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़ करने के लिए सरकार दावे तो अनेक क
संवाद सहयोगी, बैजनाथ :
हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़ करने के लिए सरकार दावे तो अनेक करती है, परंतु हकीकत कुछ और ही है। स्वास्थ्य सेवाओं का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रदेश के एकमात्र आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल पपरोला में करीब एक माह से मरीजों के एक्स-रे नहीं हो रहे हैं। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और मजबूरी में उन्हें निजी क्लीनिक में महंगे दामों पर एक्स-रे करवाने पड़ रहे हैं।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि अस्पताल की एक्स-रे मशीन खराब हुई हो ओर मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। इससे पहले भी कई बार मरीज इस परेशानी से दो चार हो चुके हैं। बताया जाता है कि यह एक्स-रे मशीन अभी कुछ समय पहले ही लगाई गई थी। अस्पताल में एक्स-रे न होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी हड्डी रोग से जुड़े मरीजों को उठानी पड़ती है। जिन्हें एक्स-रे के निजी क्लीनिकों में जाना पड़ रहा है और मुंह मांगे दाम भी चुकाने पड़ रहे हैं। सूत्रों की मानें तो किसी पार्ट में खराबी के कारण मशीन बंद पड़ी है। बताया जा रहा है कि इसकी मरम्मत पर दो लाख रुपये खर्च होगा।लेकिन चिंतनीय पहलू यह है कि प्रदेश के इकलौते आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल में एक माह से एक्स-रे मशीन खराब है और अस्पताल प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
आधुनिक उपकरणों की भी कमी
आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल पपरोला में कई उपकरणों की भी कमी है। कई ओपीडी में तो आधुनिक उपकरण न होने से चिकित्सक ढंग से कार्य ही नहीं कर पा रहे हैं तो कुछ ओपीडी में चिकित्सक अपने खर्च पर उपकरणों से ही मरीजों की जांच कर रहे हैं।
'अस्पताल में एक्स-रे मशीन कुछ दिन से बंद पड़ी है। इसके एक पार्ट में खराबी आ गई है और एक्स-रे नहीं हो पा रहे हैं। इसे ठीक करवाने पर दो लाख से ऊपर खर्च आएगा। मशीन को शीघ्र करवाकर मरीजों को एक्य-रे सुविधा मुहैया करवाई जाएगी'
-मदन मोहन, चिकित्सा अधीक्षक, आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल पपरोला।