हिमानी चामुंडा मंदिर के पुनर्निर्माण पर उठे सवाल
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : सिद्धपीठ हिमानी चामुंडा मंदिर के पुनर्निर्माण व सराय छत की मरम्मत पर उठे सवालों पर सोमवार को श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम मंदिर ट्रस्ट की बैठक हुई। इसमें पूर्व मंदिर कमेटी द्वारा लगाए आरोपों पर एक बयान जारी कर बताया गया कि मंदिर प्रशासन ने 1.91 करोड़ रुपये का प्रारूप व आंकलन अनुभवी वास्तुकार से तैयार करवाकर प्रदेश सरकार की मंजूरी के लिए भेजा है। जिसके तहत मंदिर में अष्टकोणीय, गर्भगृह, परंपारिक पहाड़ी शैली व गुम्मद बनाने की योजना है। भौगोलिक परिदृश्य के अनुसार चौड़ा सुदृढ़ आधार व आरती हॉल व परिक्रमा विक्टोरियन शैली में निर्मित होगी। आंकलन व प्रारूप को सरकारी मंजूरी मिलते ही प्रथम चारण में गर्भ ग्रह निर्माण किया जाएगा। बैठक में मंदिर ट्रस्ट सदस्य डॉ. कुलदीप शर्मा, ओंकार, राकेश चौधरी, सतीश सरोत्री व अमर सिंह ने पूर्व कमेटी के आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि उड़ी हुई छत के निर्माण कार्य पहले से ज्यादा सुदृढ़ तथा तूफान रोधी बनाने का प्रयत्न किया गया है।
पांच वर्षों से श्री हिमानी चामुंडा में आक्समिक मौतें, पुजारी पर जानलेवा हमला, चोरी व आगजनी जैसी घटनाओं के चलते धार्मिक आस्था से जुडे लोगों के कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। दान की राशि बढ़ने के बावजूद सात माह बीत जाने पर भी इसका पुनर्निर्माण कार्य विलंब होने के लेकर आरोप प्रत्यारोप लगे। मंदिर प्रशासन ने इस सभी आरोपों के चलते संबंधित ठेकेदार से सराय की दीवारों को दोबारा बनवाया है, जिसकी विडियोग्राफी व फोटो भी लिए गए हैं।
उधर, मंदिर अधिकारी ग्रिजेश चौहान ने बताया कि पुनर्निर्माण का प्रारूप व आंकलन प्रस्ताव सरकार की मंजूरी को भेजा है। इसके अलावा उड़ी हुई सराय का दोबारा बनवाया है। इसका समय-समय पर तकनीकी निरीक्षण किया जाता रहा है और कार्य को अनुबंध के आधार सही पाया गया है। जिसकी पुष्टि की फोटो भी खींच कर रखे गए है। उन्होंने बताया कि जहा तक मूर्ति प्रतिष्ठान का प्रश्न है तो मूल स्थान पर ही मूर्ति को स्थापित किया गया है।