फीस वृद्धि का एसएफआइ ने किया विरोध
जागरण संवाददाता, कांगड़ा : एसएफआइ छात्र संगठन ने फीस वृद्धि के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया है। छात्र संगठन ने साफ किया है कि अगर फीस वृद्धि के निर्णय को वापस न लिया गया तो अब एक बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।
वीरवार को कांगड़ा में एसएफआइ की राज्य कमेटी के आह्वान पर आयोजित जरनल हाउस में फीस वृद्धि सहित प्रदेश सरकार व विश्वविद्यालय द्वारा छात्र विरोधी उठाए जा रहे कदमों पर चर्चा की गई तथा रोष व्यक्त किया गया।
जनरल हाउस में उपस्थित एसएफआइ के राज्य सहसचिव विवेक राणा व राज्य कमेटी सदस्य दिनेश भारती ने कहा कि एसएफआइ प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन व ईसी द्वारा लिए 40 प्रतिशत फीस वृद्धि के फैसले का कड़ा विरोध करती है। जिस तरह से विवि प्रशासन व ईसी ने फीस को बढ़ाया है वह छात्रहित में नहीं है। यह निर्णय आम छात्र को उच्च शिक्षा से वंचित कर उन्हें निजी शिक्षण संस्थानों की ओर धकेलने का प्रयास है, जिसे सहन नहीं किया जा सकता है।
उक्त छात्र नेताओं ने कहा कि विवि प्रशासन के डीयू के आधार पर भी छात्र संघ के चुनाव करवाने के निर्णय का विरोध करती है। दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेज 25 किलोमीटर के दायरे में आते हैं, लेकिन प्रदेश की भोगौलिक परिस्थितियां इससे अलग हैं। ऐसे में यह निर्णय प्रदेश में लागू नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि विवि प्रशासन का निर्णय सरकार से संबंधित छात्र संगठन को फायदा पहुंचाने के लिए लिया गया है। इन छात्र नेताओं ने कहा कि इससे पहले विवि प्रशासन द्वारा पैसों के लालच में रूसा प्रणाली को लागू किया, जिसका खामियाजा आज भी छात्र भुगत रहे हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार सहित विवि प्रशासन द्वारा उठाए गए इन कदमों के विरोध में बैजनाथ, पालमपुर, राजपुर, डीएवी कॉलेज कांगड़ा, देहरी कॉलेज सहित धर्मशाला महाविद्यालय में एसएफआइ इकाईयां अपना विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। सरकार से यह मांग भी उठाई गई है कि इन निर्णयों को वापस लिया जाए नहीं तो एसएफआइ पूरे प्रदेश के इसके खिलाफ अब अपना आंदोलन तेज करेगी।