दिन में पांच-सात बार बंद हो रही 53मील टेलीफोन एक्सचेंज
जागरण संवाददाता, टांडा : 53मील स्थित भारतीय दूरसंचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की टेलीफोन एक्सचेंज दिन में पांच-सात बार बंद होना आम बात हो गई है। एक्सचेंज के बंद होने से इसके अधीन आने वाले सैकड़ों टेलीफोन खामोश हो जाते हैं। यह क्रम करीब दो माह से सभी अधिक समय से जारी है, परंतु बार-बार शिकायत के बावजूद बीएसएनएल के अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
53मील एक्सचेंज के तहत सदरपुर, खोली, जसौर समेत अनेक पंचायतों के सैकड़ों टेलीफोन उपभोक्ता हैं जिन्हें एक्सचेंज के रोज-रोज बंद होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, स्टेट बैंक ऑफ पटियाल टांडा शाखा, पंजाब नेशनल बैंक शाखा 53मील व कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक शाखा 53मील और डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा भी इसी एक्सचेंज के तहत आता है। एक्सचेंज के ठप हो जाने से उक्त सभी संस्थानों में होने वाले सारे ऑनलाइन कार्य बंद हो जाते हैं। संबंधित संस्थानों के अधिकारियों का कहना है कि वे इस संबंध में कई बाद बीएसएनएल के कार्यालय में शिकायत कर चुके हैं। हर बार यही कहा जाता है कि समस्या का समाधान हो जाएगा, लेकिन समस्या जस की तस बरकरार है। एक्सचेंज के दिन में पांच-सात बार ठप होने से लोक मित्र केंद्र संचालकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उधर, आरपीजीएमसी प्रशासन का कहना है कि एक्सचेंज के दिन में कई बार ठप होने के कारण उनके अनेक महत्वपूर्ण कार्य नहीं हो पा रहे हैं।
वहीं, 53मील निवासी दिनेश, खोली निवासी हरि, सदरपुर निवासी प्रवीण समेत अनेक उपभोक्ताओं का कहना है कि वे इस संबंध में कई बार शिकायत कर चुके हैं, परंतु हर बार यही आश्वासन दिया जाता है कि एक्सचेंज में रखी बैटरियां खराब हो गई हैं। नई बैटरियों के लिए उच्चाधिकारियों से बात की गई है शीघ्र समस्या हल हो जाएगी, परंतु आज तक समस्या का हल नहीं हो पाया है। उपभोक्ताओं का कहना है कि अगर बीएसएनएल के अधिकारियों का यही रवैया रहा तो वे अपने टेलीफोन कनेक्शन कटवा देंगे।
उधर, बीएसएनएल के नगरोटा बगवां स्थित एसडीओ का कहना है कि बिजली की ट्रिपिंग की वजह से दिक्कत आ रही है। पुरानी होने के कारण बैटरियों का बैकअप नहीं है। उच्चाधिकारियों के समक्ष मामला उठाया गया है शीघ्र समस्या हल हो जाएगी।