घर पहुंची आकृति, लोगों ने पलकों पर बैठाया
संवाद सहयोगी, नूरपुर : यूरोप की एलब्रूस चोटी पर तिरंगा फहराने के बाद देश की सबसे छोटी आयु की महिला पर्वतारोही बनी आकृति हीर का नूरपुर पहुंचने पर लोगों ने भव्य स्वागत किया।
मंगलवार को आकृति परिजनों के साथ हिमाचल के प्रवेशद्वार कंडवाल पहुंची तो सैकड़ों वाहनों के काफिले के साथ लोगों ने उसका स्वागत किया और हारों से लाद दिया। कंडवाल से आकृति हीर को वाहनों के विशाल काफिले के साथ उसके पैतृक गांव सुलयाली लाया गया। यहां सम्मान समारोह में विधायक अजय महाजन ने कहा कि नूरपुर क्षेत्र के छोटे से गांव सुलयाली की आकृति ने एलब्रूस चोटी पर भारतीय ध्वज फहराकर प्रदेश का नाम भी विश्वभर में रोशन किया है। वह मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से व्यक्तिगत रूप में मिलकर आकृति हीर को प्रोत्साहन देने की की मांग करेंगे, ताकि आकृति माउंट एवरेस्ट पर भी तिरंगा फहराने का सपना पूरा कर सके। आकृति हीर ने कहा कि उसने जो सफलता हासिल की है वह क्षेत्रवासियों के आशीर्वाद से ही मिली है। आकृति के पिता कृष्ण हीर व ताया विजय हीर ने क्षेत्रवासियों का आभार जताया। इससे पहले नई दिल्ली से पठानकोट रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही आकृति हीर का पठानकोट एबी कॉलेज के विद्यार्थियों व शिक्षकों ने स्वागत किया।
इस मौके पर तहसीलदार अरुण शर्मा, नायब तहसीलदार ओपी ठाकुर, जिला पार्षद सरदार सिंह पठानिया व अशोक शर्मा, सुलयाली पंचायत की प्रधान कृष्णा देवी, कांग्रेस नेता बलदेव पप्पी, पप्पू मन्हास व सुदर्शन मोहन, एबीवीपी, एनएसयूआइ व बजरंग दल सहित कई समाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
शांता कुमार ने दी भी बधाई
पालमपुर: सांसद शांता कुमार ने आकृति हीर को यूरोप की एलब्रूस चोटी पर तिरंगा फहराने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि नूरपुर क्षेत्र की इस साहसी लड़की ने कागड़ा ही नहीं, देश का भी गौरव बढ़ाया है। शांता ने आकृति से दूरभाष पर बधाई दी।