आस टूटी और टूट गई शशि
जागरण संवाददाता, टांडा : नगरोटा बगवां के बलधर-जसौर मार्ग पर मंगलवार को पहाड़ी से चट्टान गिरने की घटना का पता लगते ही तीनों युवकों के परिजन डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आरपीजीएमसी) कांगड़ा स्थित टांडा पहुंच गए। अस्पताल में परिजनों के विलाप से माहौल गमगीन हो गया। थोड़ी देर के बाद ही यह खबर फैली की अब तीनों युवक इस दुनिया में नहीं रहे हैं तो परिजनों को समझाकर ले जाने की कोशिश युवकों के दोस्त करने लगे। इस दौरान 53मील निवासी राजकुमार की पत्नी शशि घर जाने को तैयार नहीं थी। वह घटनास्थल पर जाने की जिद करने लगी। उसे विश्वास था कि उसका पति जिंदा है। शशि कह रही थी कि वह घर नहीं जाएगी। जब राजकुमार के पिता ने कहा कि घर चलो तो उसे अनहोनी की आशंका हुई। उसके मुंह से सिर्फ इतना निकला कि भगवान अगर मेरे पति के साथ अनहोनी हुई तो वह भी अपने बच्चों के साथ खुद को खत्म कर लेगी। काफी समझाने के बाद वह घर जाने के लिए तैयार हुई।
यही हाल घुरकड़ी निवासी धरिंद्र शर्मा के परिजनों का भी था। उसकी पत्नी भी भगवान से यही अरदास कर रही थी कि उसका पति ठीक हो। उन्हें कुछ न हुआ हो, पर शायद भगवान को कुछ और ही मंजूर था।
वहीं, जिसे भी हादसे की सूचना मिली वही आरपीजीएमसी पहुंच गया। करीब दो बजे तक 53मील, नगरोटा, कांगड़ा, मटौर से लोगों का हजूम अस्पताल में लग गया। किसी को विश्वास नहीं हो रहा था कि जो युवक करीब 11 बजे तक उनके साथ हंसते-हंसते बातें कर रहे थे वे अब इस दुनिया को अलविदा कह गए हैं।
एसडीएम सबसे पहले पहुंचे अस्पताल
हादसे की सूचना मिलते ही एसडीएम कांगड़ा अजीत भारद्वाज सबसे पहले टांडा अस्पताल पहुंचे। वह दुर्घटनास्थल पर उपस्थित अधिकारियों से पल-पल की जानकारी ले रहे थे। उनके साथ कांग्रेस नेता मनोज मेहता भी अस्पताल में उपस्थित थे। थोड़ी ही देर में परिवहन एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री जीएस बाली के बेटे रघुवीर सिंह बाली भी पहुंचे। उन्होंने हादसे के शिकार युवकों के परिजनों को ढांढस बंधाया। घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा नेता अरुण मेहरा भी अस्पताल पहुंचे।
अस्पताल प्रशासन ने निभाई जिम्मेदारी
हादसे की सूचना मिलते ही आरपीजीएमसी की अतिरिक्त निदेशक मधु चौधरी भी अस्पताल पहुंच गई। तीनों युवकों के शवों के अस्पताल पहुंचने से पहले पोस्टमार्टम की सारी व्यवस्था कर दी गई थी। छुट्टी के बावजूद डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए। अतिरिक्त निदेशक मधु चौधरी भी इस दौरान अस्पताल में ही उपस्थित रहीं।
दो युवकों का किया अंतिम संस्कार
हादसे के शिकार घुरकड़ी निवासी धरिंद्र शर्मा व 53मील निवासी राजकुमार को मंगलवार को सायं अंतिम संस्कार कर दिया गया। धरिंद्र का अंतिम संस्कार घुरकड़ी गांव स्थित शमशानघाट पर किया गया। इस दौरान गांव के कई लोगों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। वहीं, राजकुमार को अंतिम संस्कार भी शाम को 53मील स्थित शमशानघाट पर कर दिया गया। उन्हें क्षेत्र के अनेक लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं हादसे की सूचना मिलते ही 53मील बाजार भी बंद कर दिया गया था। उधर, हादसे के शिकार तीसरे युवक नवदीप ठाकुर उर्फ सोनू निवासी बड़ोह रोड का अंतिम संस्कार बुधवार को किया जाएगा।