टांडा में व्यवस्था पानी-पानी
जागरण संवाददाता, टांडा : जिलाभर में सोमवार को हुई भारी बारिश के चलते डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा (आरपीजीएमसी) स्थित टांडा में धरातल मंजिल में पानी घुस गया। इससे न सिर्फ पर्ची बनाने का कार्य बाधित हुआ, बल्कि ओपीडी में भी मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यह पहला मौका नहीं है जब बारिश का पानी अस्पताल की धरातल मंजिल में घुस आया हो। इससे पहले भी ऐसा होता है, परंतु अस्पताल प्रशासन है कि जागने का नाम नहीं ले रहा है।
कांगड़ा जिले में सोमवार को सुबह करीब चार घंटे तक भारी बारिश हुई। इससे आरपीजीएमसी टांडा की धरातल मंजिल में पानी घुस गया। इससे मुख्य पर्ची काउंटर पर पर्ची बनाने का कार्य बाधित हो गया। अस्पताल में पानी निकालने का काम करीब साढ़े ग्यारह बजे तक चलता है। कुछ मरीजों को हाथ से पर्चियां बनाकर दी गई। कंप्यूटर से पर्ची बनाने का कार्य सुचारू होने तक लपर्ची काउंटर पर मरीजों की लंबी लाइनें लग गई। दोपहर एक बजे तक मरीज पर्ची बनवाने के लिए जूझते रहे। वहीं पीडिट्रिक्स और स्त्री रोग विभाग की ओपीडी में भी पानी घुसने से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अस्पताल प्रशासन की नाकामी का आलम तो यह रहा कि पानी रेडियोलॉजी विभाग तक जा पहुंचा। गनीमत रही कि बारिश के पानी से अस्पताल में मशीनरी को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है। वहीं, इलेक्ट्रिक रूम में भी पानी से कर्मचारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यहां कई माह से लीकेज हो रही है। बताया जाता है कि मामला अस्पताल प्रशासन के समक्ष भी उठाया गया है, परंतु अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
उधर, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिनेश सूद का कहना है कि ड्रेनेज सिस्टम में ब्लॉकेज के कारण अस्पताल की धरातल मंजिल में सोमवार को भारी बारिश के कारण पानी घुस आया। पीडब्ल्यूडी बीएनआर के अधिकारियों को ड्रेनेज सिस्टम ठीक करने को कह दिया है।
घर में घुसा सड़क का पानी, भारी नुकसान
टांडा : टांडा-ठानपुरी सड़क को चौड़ा करने के चल रहे कार्य के चलते सदरपुर निवासी गीता देवी के घर में सोमवार को बारिश का पानी घुसा आया। गीता देवी ने बतया कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने उनके घर के सामने लगे पत्थरों के डंगे को कई दिन पहले उखाड़ दिया है, परंतु दोबारा डंग नहीं बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण सड़क का सारा पानी उनके घर में घुस आया। इससे घर के अंदर रखे सामान को काफी नुकसान पहुंचा है।