एल्पस फतेह करने निकली नूरपुर की आकृति
संवाद सहयोगी, नूरपुर : उपमंडल नूरपुर के सुलयाली गांव की आकृति हीर शनिवार को यूरोप की सबसे ऊंची व दुनिया की दूसरे नंबर की चोटी एल्पस पर तिरंगा फहराने के लिए दिल्ली से रवाना हो गई। चार सदस्यों की इस टीम का नेतृत्व यूपी की आरुनमा सिन्हा कर रही हैं, जो अपंग होने के बावजूद एवरेस्ट को फतेह कर चुकी हैं। टीम में गुजरात की कुमारी सांझी तथा उत्तरप्रदेश के ओमप्रकाश भी शामिल है। चार सदस्यों की इस टीम को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बीते दिन दिल्ली स्थित आवास पर राष्ट्रीय ध्वज देकर रवाना किया। इस अभियान में देश के छह सदस्यों ने यूरोप जाना था, लेकिन दो सदस्यों को समय पर वीजा न मिलने के कारण वह इस अभियान में शामिल नहीं हो सके।
नूरपुर उपमंडल के सुलयाली गांव की आकृति हीर भारत की सबसे कम उम्र प्रतिभागी है जो इस अभियान के लिए चयनित हुई है। आकृति हीर यदि अपने इस अभियान में सफल हो जाती है तो वह देश की सबसे कम उम्र की युवती होगी, जो एल्पस पर तिरंगा फहराएगी। आकृति हीर के पिता एवं सुलयाली पंचायत के उपप्रधान कृष्ण सिंह हीर ने बताया कि शनिवार को आकृति टीम के साथ यूरोप के लिए रवाना हो गई। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली स्थित अपने सरकारी आवास पर एल्पस चोटी फतेह करने जा रहे चार भारतीयों को राष्ट्रीय ध्वज भेंट किया।
गंगोत्री फतेह कर चुकी है आकृति
आकृति हीर इससे पहले उत्तरकाशी(उत्तराखंड) में गंगोत्री चोटी(16000 फीट) को फतेह कर चुकी है जिसके लिए उसे एवेरस्ट फतेह करने वाली प्रथम महिला पर्वतारोही बिछेंद्री पाल सम्मानित कर चुकी हैं। आकृति हीर मौजूदा समय में पठानकोट के एक निजी संस्थान में बीसीए कर रही है, जबकि दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई उसकी सुल्याली के विवेकानंद पब्लिक स्कूल तथा जमा दो कक्षा तक की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुल्याली में की है।
क्षेत्रवासियों ने दी शुभकामना
आकृति हीर को क्षेत्रवासियों ने शुभकामना दी है। पूर्व मंत्री केवल सिंह पठानिया, विधायक अजय महाजन, पूर्व राकेश पठानिया व रंजीत बख्शी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की निदेशक कृष्णा महाजन, कांग्रेस नेता आरके महाजन व मनोज पठानिया सहित क्षेत्र के अन्य नेताओं व समाजिक संस्थाओं ने आकृति हीर को जीत के लिए शुभकामना दी है।