सच पढ़कर मिली राहत : प्रवीण शर्मा
संवाद सहयोगी, पालमपुर : मैं कई दिनों से मानसिक रूप से आहत था, लेकिन 'दैनिक जागरण' में छपी खबर या यूं कहे कि सच पढ़कर आज मुझे राहत मिली है। यह बात पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता प्रवीण शर्मा ने बुधवार को पालमपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले एक अखबार में खबर छपी जिसमें एक पूर्व विधायक पर महिला द्वारा लगाए अप्राकृतिक यौन शोषण के आरोप में जिस कमरे का जिक्र किया था वह कमरा मेरा बताया गया। उन्हें बदनाम करने वालों ने माफी न मांगी तो मानहानि का केस करूंगा।
इस खबर को पढ़कर न सिर्फ सामाज व परिजनों बल्कि वह स्वयं भी लज्जा महसूस कर रहे थे। उन्होंने भावुक होकर कहा कि उक्त खबर ने उनका सारा करियर दांव पर लगा दिया, जिससे उनका कोई वास्ता नहीं था। उनके हजारों शुभचिंतक, कार्यकर्ता व परिवार के लोग भी परेशान थे, जबकि कुछ लोगों को इस पर राजनीति करने का मौका मिल गया। बिना सच जाने मुझ पर कीचड़ उछालना शुरू कर दिया। हालांकि उनके कार्यकर्ताओं ने इस पर कड़ा विरोध कर मेरे चरित्र पर उंगली उठाने वालों को जवाब भी दिया। प्रवीण ने बताया कि अब उक्त महिला ने 306 नंबर कमरा जो मुझे अलाट था उसे जांच के दौरान सिरे से नकार कर साफ कर दिया है कि इस कमरे में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है, जिससे उनकी सच्चाई सबके सामने आ गई है। मेरा जीवन संघर्षमय रहा है, मैंने अपना करियर मात्र सौ रुपये प्रति माह के वेतन से शुरू किया था। उसके बाद उन्होंने पंद्रह साल पत्रकारिता, दस साल बतौर पंचायत प्रधान और पांच साल विधायक बनकर जनता की सेवा की है। ऐसे में उन पर इस तरह कमरे के नाम पर बदनाम करने की जो नाकाम कोशिश हुई है, उससे उन्हें परेशानी तो हुई, लेकिन विश्वास था कि यह निराधार बात कभी सिद्ध नहीं होगी। उन्होंने कहा है जिन लोगों ने बिना सच्चाई जाने कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश की है वह उनसे माफी मांगे नहीं तो मानहानि का केस किया जाएगा। इस मौके पर उनके साथ मंडल अध्यक्ष संजीव सोनी, मंडल के प्रभारी सुरेंद्र ठाकुर, महामंत्री मान सिंह, जिला कार्यकारिणी सदस्य मिलाप चंद, चंदपुर के उपप्रधान ओम प्रकाश, जनजाति मोर्चा कार्यकारिणी सदस्य मिलाप चंद झंझारड़ा , रमेश महाजन व सुरेश कपूर शामिल थे।