Move to Jagran APP

जलाड़ी में हुई प्रवचनों की अमृतवर्षा

संवाद सहयोगी, जलाड़ी : जलाड़ी स्थित शिव मंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में सोमवार को प्रवचनों की अम

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 May 2017 01:02 AM (IST)Updated: Tue, 30 May 2017 01:02 AM (IST)
जलाड़ी में हुई प्रवचनों की अमृतवर्षा
जलाड़ी में हुई प्रवचनों की अमृतवर्षा

संवाद सहयोगी, जलाड़ी : जलाड़ी स्थित शिव मंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में सोमवार को प्रवचनों की अमृतवर्षा हुई। कथा वाचक पंडित अंकुश शर्मा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में चरित्र का उतना महत्व है, जितना जीवन के लिए श्वास का होता है। श्वास के बिना मानव मुर्दा होता है और चरित के बिना शक्तिहीन। चरित्र शब्द का अर्थ है चर चेतन में इस सद्गुणों की खुशबू भर जाए। पूजा चरित्र की होती है न कि चित्र की, घरों में देवी-देवताओं तथा महापुरुषों के चित्र इसलिए लगाए जाते हैं ताकि चित्रों को देखकर चरित्र का निर्माण हो सके। जैसा चरित्र होगा वैसी उस चित्र से ऊर्जा निकलेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.