Move to Jagran APP

बेसहारा गायों को चाहिए सहारा

संवाद सहयोगी, जाहू : जाहू गोशाला की भूमि की एक साल से निशानदेही न होने से कामधेनू गो कल्याण सभा के स

By Edited By: Published: Wed, 27 Apr 2016 08:01 PM (IST)Updated: Wed, 27 Apr 2016 08:01 PM (IST)

संवाद सहयोगी, जाहू : जाहू गोशाला की भूमि की एक साल से निशानदेही न होने से कामधेनू गो कल्याण सभा के सदस्यों में प्रशासन व राजस्व विभाग के प्रति रोष है। दूसरी तरफ गोशाला के संचालन के लिए वित्तीय सहायता देने की मांग की है। राजस्व विभाग की ओर से निशानदेही न करने की शिकायत मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह से की गई है। जाहू पंचायत की गो कल्याण सभा गोशाला के संचालन के लिए वित्तीय सहायता न मिलने के कारण परेशान है। आर्थिक संकट के कारण गायों की देखभाल करना व उनका रखरखाव करना मुश्किल हो रहा है। सबसे ज्यादा समस्या गायों को खुले में चराने की आ रही है। जाहू गोशाला के पास 20 कनाल दस मरले भूमि है। गो कल्याण सभा ने भूमि की राजस्व विभाग के पास निशानदेही के लिए आवेदन किया हुआ है। 13 फरवरी 2015 से निशानदेही की फाइल जाहू पटवार सर्किल में पड़ी है। राजस्व विभाग के अधिकारियों से निशानदेही की बार-बार मांग करने के बावजूद एक साल से निशानदेही नहीं हो पाई है।

loksabha election banner

शैड की कमी आ रही आड़े

कामधेनू गो कल्याण सभा के अध्यक्ष ठाकुर साबन ¨सह, उपाध्यक्ष बाबू राम, सचिव जगदीश चंद, कोषाध्यक्ष रतन चंद, सदस्य ठाकुर दास, हरिकमल वर्मा, बृजलाल, सावित्री देवी व जय देवी ने बताया कि जाहू गोशाला के पास 225 तक गायों की संख्या पहुंच गई है। इनके रहने के लिए शैड की कमी आ रही है। शैड के निर्माण के लिए आर्थिक सहायता दी जाए। जाहू पंचायत के सीर व सुनैहन खड्ड के किनारे कई कनाल भूमि सरकारी है। इस भूमि को गायों के चलाने के लिए चरांत घोषित करने के मांग कई सालों से की जा रही है। ताकि गायों के खुले में चराने की सुविधा मिल सके।

मुख्यमंत्री व उपायुक्त से लगाई गुहार

सभा के सदस्यों ने मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह व उपायुक्त से मांग की है कि जाहू गोशाला की निशानदेही के विभागीय अधिकारियों को आदेश दिए जाएं।

समय पर की जाए आर्थिक सहायता

जाहू पंचायत के प्रधान राजू ने कहा कि जाहू गोशाला गायों के लिए अच्छा कार्य कर रही है। इससे शैड के निर्माण तथा चारे की समस्या के लिए आर्थिक मदद समय-समय पर की जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.