संगारल गांव की भाग्य रेखा नहीं देख रहा कोई
संवाद सहयोगी, बड़सर : उपमंडल के अंतर्गत ग्राम पंचायत ननावां के गांव संगारल की भाग्य रेखा मिटने लगी है
संवाद सहयोगी, बड़सर : उपमंडल के अंतर्गत ग्राम पंचायत ननावां के गांव संगारल की भाग्य रेखा मिटने लगी है। उदासीनता का आलम ऐसा कि भाग्य रेखा खींचने के बाद भी आवाजाही के दौरान लोगों को गड्ढों से ठोकरें लग रही हैं। हालत सुधरती नहीं दिख रही है और लोग अपनी किस्मत को कोसने को मजबूर हैं। संगारल गांव के लिए तीन वर्ष पूर्व लोक निर्माण विभाग ने संपर्क मार्ग निकाला गया था लेकिन उसे आज दिन तक पक्का नहीं किया गया। लोक निर्माण विभाग ने लोहर हरेटा से संगारल गांव के लिए सात किमी सड़क का निर्माण किया था। इसके बाद संपर्क सड़क को अपने हाल पर छोड़ दिया। आज स्थिति यह है कि सड़क की हालत बदतर हो गई है। इससे ग्रामीणों को आवाजाही में परेशानी झेलनी पड़ रही है। लोक निर्माण विभाग ने ननावां पंचायत के गांव संगारल के लिए करीब तीन वर्ष पहले हडेटा संपर्क सड़क का निर्माण किया था। हरेटा से संगारल तक लगभग सात किलोमीटर लंबी खस्ताहाल इस सड़क से गुजरना मुश्किल हो गया है। सड़क मार्ग की सुध न लेने से ग्रामीणों में सरकार व विभाग के खिलाफ रोष पनप रहा है। ग्रामीणों सुरेश कुमार, ओंकार चंद, राजेश ठाकुर, सुरेश कुमार, राकेश, संदीप, संजय, सोमदत्त, नीलम कुमारी, कमलेश कुमारी, सुशीला देवी, रेखा देवी, कांता देवी, सुमना देवी, कमला देवी सहित अन्यों का कहना है कि सड़क बनने से उन्हें उम्मीद जगी थी कि सफर अब आरामदायक होगा लेकिन इसकी सुध न लेने से अब ये नाले में बदल चुकी है। ग्रामीणों की सड़क सुविधा की आस पर पानी फिरता हुआ प्रतीत हो रहा है। उन्होंने कई बार सड़क मार्ग को पक्का करने की मांग की है लेकिन उनकी मांग पर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। इस सड़क पर बरसात के दिनों में पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार व लोक निर्माण विभाग से सड़क को पक्का करवाने की मांग की है। उधर, लोक निर्माण विभाग बड़सर एसडीओ बीएस सेन ने बताया कि बजट की कमी के कारण सड़क पक्की नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि बजट का प्रावधान होते ही सड़क को पक्का करवा दिया जाएगा।