वीरभद्र को नहीं लोकतंत्र में विश्वास : भरमौरिया
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते हैं। इस कारण हाल ह
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते हैं। इस कारण हाल ही में हुई संयुक्त सलाहकार समिति (जेसीसी) की बैठक में उन्होंने प्रदेश के कर्मचारियों व पूर्व कर्मचारियों की किसी बात पर अमल नहीं किया है। यह बात अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं भाजपा पूर्व कर्मचारी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक प्रेम ¨सह भरमौरिया ने कही।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के कर्मचारियों के लिए जेसीसी की बैठक करने में मुख्यमंत्री को दो वर्ष लग गए। इसके बावजूद कर्मचारियों की मांगें पूरी नहीं हुई हैं। कर्मचारियों की 4-9-14 की मांग भी पूरी नहीं हुई जबकि डीए की किस्त तो दूर की बात है। पूर्व कर्मचारियों को डीए किस्त नहीं मिली है। पूर्व कर्मचारियों के चिकित्सा भत्ते भी फाइलों की धूल फांक रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष एसएस जोगटा दो वर्ष के बाद 98 मांगों की फाइल जेसीसी की बैठक में ले गए लेकिन मुख्यमंत्री ने उसे हाथ तक नहीं लगाया। पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में जो भी मांगें महासंघ ने रखी थीं, वे पूरी हुई थीं। भरमौरिया ने मुख्यमंत्री के उस बयान को हास्यास्पद बताया जिसमें उन्होंने पूर्व सरकार द्वारा दिए गए लाभों को सरकार पर बोझ डालने के समान बताया था। उन्होंने आरोप लगाया कि शिमला में दीपकमल में हुआ विवाद कांग्रेस सरकार की चाल है। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यालय के पास युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों के आने का क्या औचित्य था? उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं लोकतंत्र की हत्या के समान हैं। राज्यपाल को इस मामले का कड़ा संज्ञान लेना चाहिए ताकि इस तरह की घटनाएं प्रदेश में न हो सकें।