नादौन में नहीं खुला अग्निशमन केंद्र
संवाद सहयोगी, नादौन : नादौन क्षेत्र में गर्मी की आहट से लोग हर वर्ष होने वाली आग की घटनाओं को लेकर एक बार फिर दहशत में हैं । लगभग एक वर्ष पूर्व नादौन में अग्निशमन केंद्र स्थापित करने के लिए स्वीकृति होने के बावजूद आज तक यह केंद्र नहीं खुल पाया है। इससे क्षेत्र के लोगों में रोष पनपने लगा है।
गत कई वर्षो से विभिन्न सरकारों के समय लोग नादौन में अग्निशमन केंद्र स्थापित करने की मांग करते आ रहे हैं। वर्तमान सरकार के समय अप्रैल 2013 में इस केंद्र को नादौन में स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान तो कर दी गई लेकिन एक वर्ष बीतने के बावजूद इस केंद्र की स्थापना नहीं हो पाई है। समाजसेवक एवं रिटायर्ड एजीएम रविंद्र पुरी, संजीव कश्यप, विवेक, आशुतोष, मनोरंजन, विनोद, रमन, तनुज, आशीष, संदीप, दीप, अनिल आदि का कहना है कि नादौन घनी आबादी वाला शहर है तथा यहां औद्योगिक क्षेत्र भी स्थापित किया गया है। इसके चलते आग लगने की किसी भी घटना से कभी इन्कार नहीं किया जा सकता। ऐसे में यहां अग्निशमन केन्द्र का होना अति आवश्यक है । अग्निशमन विभाग के लिए नादौन शहर में ही भूमि की तलाश की गई थी परन्तु उपयुक्त भूमि उपलब्ध न होने के चलते नादौन के निकट हरमंदिर गांव के एनएच किनारे अग्निशमन केंद्र स्थापित करने हेतु भूमि का चयन करके विभाग द्वारा विस्तृत रिपोर्ट उपायुक्त कार्यालय हमीरपुर में लगभग आठ माह पूर्व सितंबर में जमा करवा दी गई थी। इसमें इस भूमि के हस्तांतरण के लिए समस्त दस्तावेज संलग्न किए गए थे। गत सात माह से महानिदेशक आरक्षी एवं निदेशक अग्निशमन सेवाएं हिमाचल प्रदेश शिमला के नाम पर इस भूमि का हस्तातंरण नहीं हो पाया है, जिसे लेकर स्थानीय लोगों में रोष है। लोगों का कहना है कि गर्मी ने दस्तक दे दी है और सबसे अधिक आग लगने की घटनाएं इन्हीं दिनों में होती हैं। नादौन के लगभग सारे क्षेत्र में चीड़ के पेड़ भारी मात्रा में हैं और हर बार ही यहां के जंगलों में आग लगने से काफी नुकसान होता है। हमीरपुर से अग्निशमन वाहनों को नादौन क्षेत्र में पहुंचने में लगभग एक घंटा लग जाता है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस केंद्र के लिए शीघ्र भूमि का हस्तांतरण करवा कर अग्निशमन केंद्र को स्थापित करवाया जाए।
उधर, गृह रक्षा विभाग के आदेशक उमापति जंबाल ने बताया कि नादौन में अग्निशमन केंद्र स्थापित करने के लिए प्रक्रिया जारी है। ाूमि का हस्तांतरण होते ही इस केंद्र को स्थापित कर दिया जाएगा।