बंदला से थातरी स्नोलाइन तक बनेगा रज्जू मार्ग
जागरण टीम, पालमपुर/बैजनाथ : प्रदेश सरकार चाय उद्योग के सुदृढ़ीकरण के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। चाय उत
जागरण टीम, पालमपुर/बैजनाथ : प्रदेश सरकार चाय उद्योग के सुदृढ़ीकरण के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। चाय उत्पादन से जुड़े लोग इसके लिए जो भी अपनी योजना प्रस्तावित करेंगे, उसे सरकार अमलीजामा पहनाएगी। लेकिन यह भी सुनिश्चित करना होगा कि जिस भूमि पर चाय के बागान हैं, उस भूमि का उपयोग अन्य किसी और मकसद के लिए प्रयोग न की जाए। यह चाय बगान के भू-मालिकों के हित में भी है और मजदूरों के हित में भी।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बैजनाथ में जनसभा को संबोधित करते हुए अफसोस जाहिर किया कि इस क्षेत्र की चाय की महक पूरे देश में ही नहीं विदेश तक भी विख्यात थी। लेकिन वर्तमान में चाय के कई उद्योग बंद हो गए। प्रदेश सरकार चाय बागानों को जीर्णोद्धार के लिए पूरी तरह से प्रतिबंध है, जिससे कि चाय उद्योग का नाम आज भी देश में अपना झंडा बुलंद कर सके। उन्होंने अपने शिक्षा के क्षेत्र में किए गए विकास कार्यो को दोहराते हुए कहा है कि शिक्षा का ज्ञान केवल किसी अक्षर ज्ञान तक सीमित नहीं है बल्कि शिक्षा के प्रसार से मानव का सर्वागीण विकास होता है। इसलिए प्रदेश सरकार ने घर द्वार पर शिक्षा उपलब्ध करवाने को प्राथमिकता दी है।
इससे पहले उन्होंने पालमपुर के बंदला में जनसभा में कहा कि कुछ तत्व समाज में असंतोष एवं विघटन के बीज बोने, राज्य को ऊपरी व निचले हिमाचल के नाम पर बाटने का अपराध कर रहे हैं। इससे राज्य का विकास बाधित होता है। उन्होंने इस मौके पर प्रदेश के अस्तित्व में आने व वर्तमान में प्रदेश की स्थिति का तुलनात्मक ब्योरा भी दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकारों का विकास का एक इतिहास रहा है और प्रदेश में कांग्रेस के कार्यकाल में ही प्रगति के इस अंजाम को छूआ है। इस मौके पर उन्होंने पालमपुर के बंदला गांव से थातरी स्नो लाइन तक एक रज्जू मार्ग बनाने की घोषणा भी की। इस रज्जू मार्ग को बीओटी के तहत बनाया जाएगा। वहीं उन्होंने बैजनाथ के दुर्गम छोटा भंगाल घाटी के मुल्थान में डिग्री कॉलेज खोलने व बैजनाथ के सिविल अस्पताल को 100 बिस्तर का अस्पताल घोषित किया।