चेयरमैन जनता को कर रहे गुमराह
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : कागड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के चेयरमैन नई शाखाएं जल्द खोलने का बात कहकर जनता
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : कागड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के चेयरमैन नई शाखाएं जल्द खोलने का बात कहकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। केसीसी बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर केशव कोरला ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वर्तमान में बैंक का एनपीए 12.86 फीसद पहुंच चुका है जबकि नाबार्ड व आरबीआइ के निर्धारित नियमों के मुताबिक यदि किसी बैंक का एनपीए 10 फीसद से ज्यादा हो जाए तो उस पर बोर्ड की मान्यता को आरबीआइ रद कर सकता है और बोर्ड की मान्यता ही भंग होने की कगार पर पहुच चुकी है। केसीसीबी की प्रदेश में 209 शाखाएं है, जिनमें करीब 95 शाखाएं घाटे में चल रही है। ऐसे में नई शाखाएं खोलने का फैसला बैंक की आर्थिक स्थिति पर और अधिक प्रतिकूल प्रभाव डालेगा।
बैंक का 800 करोड़ रिजर्व फंड है। इस फंड के अनुसार 60 करोड़ रुपये बैंक को मुफ्त में मिल रहे है जबकि बैंक प्रबंधन द्वारा बैंक का लाभांश 47 करोड़ बताया जा रहा है, जो कि अपने आप में कई सवाल पैदा कर रहा है। वहीं बैंक को 60 करोड़ मुफ्त में ही मिल रहे है तो बैंक का लाभांश केवल 47 करोड़ रुपये ही कैसे हो सकता है। बैंक ने पालमपुर स्थित एक शाखा का किराया 350 प्रतिशत कैसे बढ़ा दिया। पालमपुर में स्थित इस शाखा का किराया पहले 14000 रुपये था, लेकिन इसे अब बढ़ाकर 48000 रुपये कर दिया गया है, जो कि सरासर गलत है। भवन के मालिक को एरियर भी 2011 से दे दिया गया है, जो कि बैंक प्रबंधन पर सवाल उठा रहा है।
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अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे बोर्ड ऑफ डायरेक्टर
बैंक चेयरमैन जगदीश सिपहिया का कहना है कि बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। वर्तमान में बैंक का एनपीए करीब नौ फीसद है और बैंक की शाखाएं खोलने का निर्णय नाबार्ड तथा बैंक प्रबंधन द्वारा लिया जाता है। भवन का किराया बढ़ाने की बात पर बैंक कमेटी फैसला लेती है और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर झूठ बोल जनता को ही गुमराह कर रहे हैं।