निदेशक ने केसीसीबी प्रबंधन के खिलाफ खोला मोर्चा
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर केशव कोरला का कहना है कि
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर केशव कोरला का कहना है कि डिफाल्टरों को बार-बार लोन देने से वर्तमान में बैंक के 100 करोड़ रुपये लोगों को पास फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इसका कोई हिसाब नहीं है और बैंक प्रबंधन रिकवरी करने की बजाए उन्हें लोन दे रहा है। कोरला मंगलवार को धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि बैंक की ओर से गलत तरीके से लोन दिया जा रहा है। पालमपुर के एक होटल संचालक को वर्ष 2013 में पांच करोड़ का लोन दे दिया। इसके बाद उक्त व्यक्ति ने लोन नहीं भरा फिर भी उसे 18 करोड़ 63 लाख रुपये का और ऋण दे दिया। वर्तमान में उक्त व्यक्ति की बैंक की देनदारी 18 करोड़ रुपये से अधिक है और 19 करोड़ तक पहुंचने वाली है। आरोप लगाया है कि मंडी में कांगड़ा को-ऑपरेटिव बैंक की कोई शाखा नहीं है लेकिन बैंक की ऊना शाखा ने मंडी के एक व्यक्ति को पांच करोड़ रुपये का लोन दे दिया। उन्होंने कहा, उक्त सभी लोगों के बैंक अकाउंट नॉन परफॉर्मिंग एक्सिट (एनपीए) में चले गए हैं, लेकिन बैंक के प्रशासनिक अधिकारी रिकवरी करने की बजाए उनकी पैरवी कर रहे हैं। कोरला ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि वह इस लापरवाही के मामले की विजिलेंस जांच से जांच करवाएं। इस मौके पर बैंक की पूर्व उपमहाप्रबंधक केवल सोनी व ओंकार नाथ पलयालू भी उपस्थित रहे।