चर्चा सार्वजनिक करने पर असमंजस में आयोजक
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : चीनी विद्रोही उइगर नेता दोल्कुन इसा की गैरमौजूदगी में मैक्लोडगंज के नोरब
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : चीनी विद्रोही उइगर नेता दोल्कुन इसा की गैरमौजूदगी में मैक्लोडगंज के नोरबू हाउस में आयोजित की जा रही कांफ्रेंस के तीसरे दिन शनिवार को भी आयोजक असमंजस की स्थिति से पार नहीं पा पाए। इस बात पर फैसला नहीं लिया जा सका है कि क्या कांफ्रेंस की चर्चा को सार्वजनिक किया जाए नहीं।
आजादी, न्याय व शांति विषयों पर आयोजित की जा रही कांफ्रेंस में तिब्बतियन, मंगोलिया, क्रिश्चियन, मुस्लिम, हांगकांग, मकाओ व ताईवान से आए प्रतिनिधियों ने लोकतंत्र व मानवाधिकारों पर चर्चा की। सभी सदस्यों ने लोकतंत्र की मजबूती के लिए सुझाव भी दिए। दोल्कुन इसा की गैरमौजूदगी में यह कांफ्रेंस बंद कमरे तक ही सीमित होकर रह गई है। आयोजकों की मजबूरी यह भी है कि दोल्कुन इसा का वीजा रद होने के बाद दो अन्यों को भी भारत सरकार ने वीजा जारी करने से इन्कार कर दिया था। कांफ्रेंस के आयोजक डॉ. यांग जियानली एसोसिएटेड विद सिटीजन पॉवर चाइना एंड तिब्बतियन सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स एंड डेमोक्रेसी सहित अन्य प्रतिनिधियों ने इस मौके पर सुझाव रखे।