पहले ही दिन भाजपा का वॉकआउट
राज्य ब्यूरो, शिमला : शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्ष भाजपा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से जुड़े मामलों
राज्य ब्यूरो, शिमला : शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्ष भाजपा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से जुड़े मामलों पर विधानसभा में चर्चा करना चाहता था लेकिन इजाजत नहीं मिलने से विधानसभा से वॉकआउट कर दिया।
भ्रष्टाचार पर भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि यह गंभीर मुद्दा है और जब तक सरकार इस पर चर्चा नहीं करती विपक्ष विधानसभा को नहीं चलने देगा। सत्तापक्ष ने प्रवर्तन निदेशालय व सीबीआइ की ओर से मामले अदालतों में दाखिल करने का हवाला देकर चर्चा से इन्कार किया। विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल ने भाजपा की ओर से लाए गए काम रोको प्रस्ताव को खारिज कर दिया। उनका तर्क था, जब मामले अदालत में चले गए हैं तो ऐसे में चर्चा नहीं हो सकती है। इस पर दोनों पक्षों की ओर से विधायकों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। भ्रष्टाचार का मुद्दा राजनीतिक केंद्रबिंदु में आ गया है। समूचा सत्र इस सवाल के इर्द-गिर्द घूमता रहेगा। शोक प्रस्ताव के तुरंत बाद भाजपा विधायक डॉ. राजीव बिंदल सीट से उठ गए। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ सीबीआइ व प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की है। इस बीच भाजपा के सचेतक सुरेश भारद्वाज, रणधीर शर्मा व रविंद्र सिंह रवि ने भी भ्रष्टाचार के सवाल पर चर्चा की इजाजत देने की वकालत की। इस पर संसदीय कार्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जब विधानसभा अध्यक्ष की ओर से रूलिंग आ चुकी है तो इस मामले को उठाने का कोई औचित्य नहीं है। इस पर विपक्षी विधायक सीटों से खडे़ होकर नारेबाजी करने लगे। सभी विधायकों ने हाथ में लिए कागज लहराए। नारेबाजी करते हुए समूचा विपक्ष विधानसभा से वॉकआउट कर गया।
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भाजपा के बगैर चलेगी विधानसभा : वीरभद्र
वॉकआउट के बाद धूमल की ओर से की गई टिप्पणी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के बिना भी विधानसभा चलेगी और सरकार आम आदमी की समस्याओं को हल करेगी। हमें पहले से यह पता था, इसलिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। प्रदेश सरकार के पास बहुमत है। कोई भी काम करने में रुकावट नहीं आएगी।
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नहीं चलने देंगे विधानसभा : धूमल
विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल का कहना है कि भ्रष्टाचार का मामला किसी छोटे व्यक्तिपर नहीं बल्कि मुख्यमंत्री पर है। ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी मुख्यमंत्री पर सीबीआइ व प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की है। भ्रष्टाचार पर चर्चा हम नहीं प्रदेश की जनता चाहती है और इसे रोकना लोकतंत्र का गला घोंटना है।
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नकारात्मक दृष्टिकोण : मुकेश
संसदीय कार्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का कहना है कि भाजपा का नकारात्मक रवैया है। विपक्ष को चाहिए था कि प्रदेश की जनता को पेश आ रहे मुद्दों पर सदन में बैठ कर चर्चा करते। सरकार किसी भी प्रकार की चर्चा के लिए तैयार है।
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नहीं हो सकती चर्चा : बुटेल
विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल ने साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार से जुड़े ऐसे किसी भी मामले पर विधानसभा में चर्चा नहीं हो सकती है जो अदालत में विचाराधीन है। चाहे सीबीआइ से जुडे़ मामले हों या फिर प्रवर्तन निदेशालय की ओर से की गई छापेमारी के।