शिल्पा ने हासिल की अपनी मंजिल
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : अगर मन में कुछ कर गुजरने की चाह हो तो कोई भी मंजिल पाना कठिन नहीं रह जात
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : अगर मन में कुछ कर गुजरने की चाह हो तो कोई भी मंजिल पाना कठिन नहीं रह जाती। इसी उद्देश्य से शिल्पा शर्मा ने मेहनत की और वह रंग भी लाई।
देश की सर्वोच्च सेवा यूपीएससी परीक्षा में पपरोला (कांगड़ा) निवासी शिल्पा शर्मा ने फिर से प्रदेश का नाम रोशन किया है। शिल्पा शर्मा ने इस परीक्षा में इस बार देशभर में 81वां स्थान हासिल किया है। शिल्पा ने 2013 में भी इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर अंतिम परिणाम में 259वां स्थान प्राप्त किया था। शिल्पा शर्मा का सपना भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) में जाने का था। लेकिन शिल्पा उस समय अपनी मंजिल को हासिल नहीं कर पाई थी। उस समय रैंक के हिसाब से भारतीय राजस्व सेवा में जाने का मौका मिला था। शिल्पा वर्तमान में नागपुर में भारतीय राजस्व सेवा (आइआरएस) के माध्यम से सहायक आयुक्त इनकम टैक्स के पद पर प्रशिक्षण ले रही है।
'दैनिक जागरण' से बातचीत में शिल्पा ने बताया कि उसका सपना था कि वह आइएएस की परीक्षा उत्तीर्ण कर भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाए। पिछली बार कुछ कमी थी, जिसे इस बार पूरा करने का उसने पूरा प्रयास किया है।
शिल्पा की प्रारंभिक पढ़ाई बिनवा पब्लिक स्कूल बैजनाथ में हुई थी। इसके बाद उसने एनआइटी हमीरपुर से बीटेक सिविल की डिग्री हासिल की। इसके बाद एनटीपीसी नोयडा में नौकरी की तथा इसी दौरान यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करते हुए पहले 259वां तथा अब 81वां स्थान हासिल किया।
शिल्पा के पिता विजय शर्मा ट्रांसपोर्टर हैं, जबकि माता विमलेश शर्मा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता। शिल्पा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने दादा जगदीश शर्मा, दादी विमला शर्मा, माता विमलेश व पिता विजय शर्मा सहित अपने चाचा अजय शर्मा व अपने भाई-बहन को दिया है।
पिता विजय शर्मा व माता विमलेश शर्मा ने बताया कि उन्हें काफी खुशी है कि उनकी बेटी ने अपनी मंजिल हासिल की है।
उधर, बिनवा पब्लिक स्कूल बैजनाथ की प्राचार्य रेणु शर्मा ने बताया कि शिल्पा प्रथम कक्षा से दस जमा दो तक काफी होनहार रही है। उसे स्कूल की तरफ से यहां आने पर सम्मानित भी किया जाएगा।