पोलियो की तर्ज पर खसरा भी किया जाएगा खत्म
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : पोलियो की तर्ज पर शून्य से पांच साल तक के बच्चों को खसरा से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अभियान छेड़ दिया है। 2020 तक खसरा को पूरी तरह से समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इस संबंध में जोनल अस्पताल धर्मशाला में स्वास्थ्य विभाग के स्टेट सर्विलेंस मेडिकल आफिसर डॉ. जीपी द्विवेदी की अध्यक्षता में विशेष बैठक का आयोजन किया गया। इसमें खसरा अभियान के संबंध में अधिकारियों को जागरूक किया, वहीं हर माह शिमला रिपोर्ट भेजने के भी निर्देश जारी किए व सभी सिविल अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में खसरा दवाओं को हर समय मुहैया करवाए जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीएम गुप्ता के मुताबिक खसरा बीमारी शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को होती है और इस बीमारी को पूरी तरह से समाप्त करने को लेकर 2020 तक लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए फील्ड से हर सप्ताह रिपोर्ट आएगी। उपरोक्त अभियान के तहत यदि किसी गांव में पांच बच्चे खसरा से पीड़ित पाए जाते हैं या किसी एक बच्चे की मौत हो जाती है तो उस गांव को खसरा ग्रस्त गांव माना जाएगा और उक्त गांव तके स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी जांच भी करेगी कि इसके क्या कारण रहे हैं। वहीं उपरोक्त अभियान को सफल बनाने के लिए खसरा बीमारी के बारे में जहां समाज के तमाम वर्ग को जागरूक किया जाएगा, वहीं उन्हें खसरा टीकाकरण के बारे में भी अवगत करवाने के साथ अपने बच्चे को खसरा से बचाने को स्वास्थ्य विभाग के अभियान का लाभ उठाने को प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि समय रहते खसरा का उपचार किया जाए तो इससे बच्चे को पूरी तरह से सुरक्षित किया जा सकता है। वहीं खसरा बीमारी के लिए नौवें से 12वें महीने में पहला टीकाकरण व डेढ़ वर्ष की आयु में दूसरा टीकाकरण किया जाता है।