दो माह में ही दो किलोमीटर बाईपास ढेर
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : जिला मुख्यालय के सबसे व्यस्त व संकरे क्षेत्र कोतवाली बाजार में ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए बनाया गया धर्मशाला बाईपास शुभारंभ के दो माह बाद ही ढेर हो गया है। करीब दो किलोमीटर लंबे इस मार्ग को बनाने के लिए करीब चार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, लेकिन इसमें डाली कोलतार दो माह में ही उखड़ गई।
इससे वाहन चालकों को भी परेशान होना पड़ रहा है और सड़क से उड़ रही धूल व छोटे पत्थरों से राहगीरों व सड़क के आसपास रहने वाले लोगों की भी दिक्कत बढ़ गई है। सड़क के उखड़ जाने से विभाग की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में आ गई है। क्योंकि जो भी कार्य होता है, वह विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में ही होता है, ऐसे में यहां ऐसा क्या हो गया कि विभाग के अधिकारियों व विशेषज्ञों की नजरों के सामने हुआ काम भी दो माह में ही दम तोड़ जाए।
दिल्ली के पर्यटकों की एक बस इस मार्ग से होकर मैक्लोडगंज को जाती है, लेकिन सड़क की हालत देखकर बस चालाक पशोपेस में था। उसे यकीन ही नहीं हुआ कि यह मार्ग अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र में दर्ज मैक्लोडगंज को जाने के लिए बाईपास हो सकता है। सड़क से गुजर रहा तीसरी कक्षा का छात्र नौनी भी सड़क से उड़ रही धूल से रोज की तरह परेशान था। तो साथ लगते घरों की कुछ महिलाएं भी धूल से परेशान नजर आई।
रोक दिया है ठेकादार को भुगतान
'इस मार्ग में कोलतार उखड़ी है। विभाग ने ठेकेदार का करीब 25 लाख का भुगतान रोक दिया गया है। अक्टूबर में इस मार्ग पर फिर से तारकोल डालकर इसको ठीक कर दिया जाएगा।'
-विजय चौधरी, अधिशाषी अभियंता, लोक निर्माण विभाग मंडल, धर्मशाला।