डायरिया से बचाने घर-घर पहुंचेगा विभाग
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : जलजनित रोग डायरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें जल्द ही घर-घर दस्तक देती नजर आएगी। इस दौरान जहां टीमें लोगों को इस जलजनित रोग की संपूर्ण जानकारी देंगी, वहीं उन्हें इसके लक्षण उत्पन्न सामने आने पर तुरंत ओआरएस (जीवन रक्षक घोल) देने व तुरंत अस्पताल में इलाज कराने की सलाह देंगी। स्वास्थ्य विभाग का यह अभियान आंगनबाड़ी केंद्रों व शिक्षा मंदिरों में भी चलेगा।
टीमें घर-घर, आंगनबाड़ियों व स्कूलों में दस्तक दे भी रही हैं या नहीं इसके लिए निरीक्षण के साथ मोनीटरिंग भी अधिकारी करेंगे, ताकि पता चल सके कि कहां कितने घर शेष रह गए हैं। वहीं, कितने घरों को कितने ओआरएस के घोल के पैकेट बांटे गए हैं। बताया जा रहा है कि 28 जुलाई से इंटर स्फाइड डायरिया फॉर फाइड अभियान की शुरुआत होगी। स्वास्थ्य विभाग के प्रोग्राम अफसरों का शिमला में 26 जुलाई को प्रशिक्षण भी होगा और पहली अगस्त को खंड चिकित्सा अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है।
पांच साल तक के बच्चों पर रहेगा विशेष ध्यान
अभियान के तहत पांच वर्ष तक की आयु वाले बच्चों के घरों पर विभाग की विशेष नजर रहेगी और यहां पर ओआरएस के घोल के पैकेट भी बांटे जाएंगे।
यह दी जाएगी अभियान में जानकारी
डायरिया कंट्रोल को लेकर 28 जुलाई से सात अगस्त तक चलने वाले विशेष अभियान में स्वास्थ्य टीमें घर-घर सहित आंगनबाड़ियों व स्कूलों में दस्तक देकर साफ व स्वच्छ पानी पीने, गले सड़े फलों का सेवन न करने और हरेक खाद्य पदार्थ को धोने के साथ-साथ अपने हाथों को अच्छी तरह धोकर खाने की जानकारी देगा।
संक्रमण बीमारी है डायरिया
डायरिया एक संक्रमण बीमारी है, जो दूषित पानी से फैलता है। बरसात में अकसर बारिश से पेयजल स्रोत में पानी बढ़ने के साथ जलस्रोत का पानी दूषित हो जाता है।
डायरिया से ऐसे बचें
डायरिया से बचने के लिए पानी को उबाल कर उपयोग में लाएं। वहीं गले सड़े फलों का सेवन न करें और कुछ भी खाने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह से धोएं।
अभियान के शुभारंभ के लिए जल्द तय होगा स्थान
डायरिया कंट्रोल अभियान को शुरू करने के लिए स्थान का चयन नहीं हो पाया है और जल्द ही स्थान चयनित कर लिया जाएगा। यह अभियान बरसात के दिनों में डायरिया कंट्रोल को लेकर लाभदायक सिद्ध होगा।
-बीएम गुप्ता, कार्यकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्वास्थ्य विभाग।