चंबा की त्रिवेणी सारेगामा में बिखेरेगी सुरों का जादू
संवाद सहयोगी, चंबा : चंबा शहर के धड़ोग मोहल्ला निवासी गायिका त्रिवेणी जल्द ही सारेगामा में सुरों का ज
संवाद सहयोगी, चंबा : चंबा शहर के धड़ोग मोहल्ला निवासी गायिका त्रिवेणी जल्द ही सारेगामा में सुरों का जादू बिखेरेंगी। त्रिवेणी सूर्या का चयन बहुचर्चित गायन प्रतियोगिता सारेगामा में हुआ है। उनके चयन से उनके परिवार सहित चंबा जिला की जनता में खुशी की लहर दौड़ गई है। अब हर कोई त्रिवेणी को जल्द सारेगामा के मंच पर गाते हुए देखना चाहता है। वहीं, इस चयन से त्रिवेणी सहित उनके परिवार को बधाई संदेश देने की झड़ी लग गई है। त्रिवेणी इससे पहले कांगड़ा में आयोजित राज्यस्तरीय गायन प्रतियोगिता हिमाचल की आवाज सीजन दो में गायकी का लोहा मनवाते हुए उपविजेता का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। इस दौरान हिमाचल की आवाज प्रतियोगिता की जज प्रवीण मेहता त्रिवेणी की आवाज से इतनी प्रभावित हुई थी कि उन्होंने त्रिवेणी को चंबा की कोकिला का नाम दिया। वर्ष 2004 में दिल्ली में आयोजित होनहार आप चुनिये कल के स्टार गायन प्रतियोगिता में अपने भाई शुभम सूर्या के साथ चंबा का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। वर्ष 2012 में चंबा में आयोजित आवाज धारां री का खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं। त्रिवेणी सूर्या के पिता त्रलोक सूर्या तथा माता किरण सूर्या ने खुशी जताते हुए अपनी बेटी के सफल भविष्य की कामना की है। पिता त्रिलोक सूर्या ने कहा कि त्रिवेणी सूर्या की पारिवारिक पृष्ठभूमि गायन से संबंधित रही है। त्रिवेणी को बचपन से ही गायन की प्रेरणा अपनी दादी स्वर्गीय सुखदेई सूर्या से मिली। त्रिवेणी सूर्या अपनी दादी का गायन सुनते हुए तथा स्वयं गुनगुनाते हुए बड़ी हुई। इसके उपरांत त्रिवेणी के गुरु गुलशन पाल ने उनका मार्गदर्शन किया, जबकि प्रसिद्ध कुंजड़ी मल्हार गायक अजीत भट्ट ने भी उनका समय-समय पर मार्गदर्शन किया।