ठगी के आरोपियों ने उगले कई राज
संवाद सहयोगी, नादौन : धोखे से एटीएम कार्ड बदल कर पैसे निकलवाने के आरोपी तीन लोगों को अदालत ने पांच द
संवाद सहयोगी, नादौन : धोखे से एटीएम कार्ड बदल कर पैसे निकलवाने के आरोपी तीन लोगों को अदालत ने पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पूछताछ में आरोपियों ने कई राज उगले हैं।
थाना प्रभारी जसवीर ठाकुर ने बताया कि आरोपी विजय किशन निवासी गांव टलिया जिला जौनपुर, सुरेश यादव निवासी गांव जगदीशपुर जिला प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश व टैक्सी चालक अमरीक ¨सह निवासी गांव रोशनपुरा पटियाला, पंजाब को मंगलवार को सब जज कोर्ट नादौन में पेश किया गया। वहां से तीनों आरोपियों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। दो आरोपियों ने सोमवार को एटीएम कार्ड बदल कर धोखे से एक व्यक्ति के खाते से पैसे निकलवा लिए थे। पकड़े गए दोनों युवकों ने कई खुलासे किए हैं। गत दो माह से ये लोग टैक्सी में पड़ोसी राज्यों में भी घूम कर इस तरह की कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। जिस टैक्सी (सीएच 02 एए 3179) में आरोपी घूमते थे, पुलिस ने उसके चालक अमरीक ¨सह को भी गिरफ्तार कर लिया है। अमरीक गत दो माह से दोनों आरोपियों विजय किशन व सुरेश यादव के साथ घूम रहा था। पूछताछ में पता चला है कि ज्वालाजी आने से पहले ये लोग वैष्णो देवी गए थे। जम्मू-कश्मीर के कई भागों में घूमने के बाद आरोपी ज्वालाजी पहुंचे थे। वहां एक बैंक से उन्होंने धोखे से एक खाते से चार हजार रुपये निकलवाए थे। आरोपियों से तलाशी के दौरान 50 हजार रुपये व 12 एटीएम कार्ड बरामद हुए थे। हालांकि इस मामले में अभी पुलिस कुछ भी बताने से इन्कार कर रही है। सोमवार को दोनों युवक उस समय पुलिस के हत्थे चढ़े थे जब अंसरा गांव निवासी संतोष कुमार द्वारा पीएनबी की नादौन शाखा से पांच हजार रुपये निकालने के प्रयास के दौरान वहां मौजूद विजय किशन ने धोखे से एटीएम कार्ड बदल दिया था। उनके जाने के बाद शक होने पर संतोष ने जब दोबारा पैसे निकालने का प्रयास किया तो उनका एटीएम कार्ड नहीं चला। एटीएम कार्ड बंद करवाने जब संतोष बैंक प्रबंधक के पास पहुंचे तो यह देख हैरान रह गए कि उनके खाते से रंगस में पैसों की निकासी हो रही थी। संतोष की सूचना पर नादौन पुलिस ने रंगस में स्थानीय लोगों को सीएच नंबर की गाडी रोकने के लिए कहा। पुलिस रंगस की ओर रवाना हो गई मगर आरोपियों ने स्थानीय लोगों को चकमा देते हुए गाड़ी हमीरपुर की ओर मोड़ दी। रंगस के कुछ लोगों ने भी उनका पीछा करना आरंभ कर दिया और झनियारी में अपनी पहचान वालों को उक्त गाड़ी को रोकने के लिए कहा। इस पर आरोपी पुलिस की पकड़ में आए। संतोष ने आरोपियों की गाड़ी का नंबर नादौन में नोट करने का प्रयास किया था परंतु वह केवल सीएच नंबर ही पढ़ पाए थे। पुलिस की तुंरत की गई कार्रवाई के कारण इन शातिरों को पकड़ा गया।