Move to Jagran APP

प्रदेश में खुलेंगे तीन बंदर नसबंदी केंद्र

जागरण संवाददाता, चंबा : किसान खेती में जैविक खाद का अधिक प्रयोग करें, ताकि उन्हें उपज के अधिक दाम मि

By Edited By: Published: Fri, 28 Nov 2014 07:03 PM (IST)Updated: Fri, 28 Nov 2014 07:03 PM (IST)

जागरण संवाददाता, चंबा : किसान खेती में जैविक खाद का अधिक प्रयोग करें, ताकि उन्हें उपज के अधिक दाम मिल सकें। यह बात वनमंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने शुक्रवार को मैहला में आत्मा परियोजना के तत्वाधान में आयोजित जिलास्तरीय किसान मेला एवं किसान समारोह में दी।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि जिले में कृषि क्षेत्र में अच्छे परिणाम आ रहे हैं। किसान नकदी फसलों की तरफ रूझान बढ़ा रहे हैं, जो सकारात्मक बदलाव का संकेत है। उन्होंने कहा कि जैविक खाद पैदा होने वाली फसल गुणवत्ता में अव्वल होती है और किसानों के लिए आर्थिक मजबूती का आधार भी बनती है। उन्होंने प्रगतिशील किसानों का आह्वान किया कि वे अपने इलाके के अन्य किसानों के लिए भी प्ररेणा के रूप में काम करें। प्रदेश में चल रहे सात बंदर नसबंदी केंद्रों के अलावा तीन और केंद्र खोले जाएंगे। इन केंद्रों में अब तक 85 हजार से अधिक बंदरों की नसबंदी की जा चुकी है। प्रदेश में बंदर पार्क की स्थापना पर विचार किया जा रहा है। पार्क वनों के कुदरती माहौल के साथ सुरक्षित भी होंगे। चंबा जिले के जलाशयों में आठ लाख सिल्वर कार्प मत्स्य बीज का संग्रहण किया गया है। इस साल 35 मीट्रिक टन मछली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है, जो पिछले साल की तुलना में पांच मीट्रिक टन अधिक है। उन्होंने जिले के 55 उत्कृष्ट किसानों को 10-10 हजार व चार स्वयं सहायता समूहों को 20-20 हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी। इसके अलावा नौ मछुआरों को मछली पकड़ने के निशुल्क जाल दिए गए। इस मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष अमित भरमौरी, भरमौर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष मानक चंद, मैहला पंचायत प्रधान उमेश आदि उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.