गलियों व मोहल्लों में फिर लगे गंदगी के अंबार
संवाद सहयोगी, चंबा : चंबा में स्वच्छ भारत अभियान धीरे-धीरे दम तोड़ने लगा है। वीरवार शाम को दीवाली के
संवाद सहयोगी, चंबा : चंबा में स्वच्छ भारत अभियान धीरे-धीरे दम तोड़ने लगा है। वीरवार शाम को दीवाली के दिन लोगों ने खूब पटाखे तथा फुलझड़ियां चलाई, लेकिन उससे जो गंदगी निकली उसे सड़क के किनारे फेंक दिया। नगर परिषद के कर्मचारियों ने भी समय रहते इसे उठाने की कोशिश नहीं की। नतीजा यह रहा कि शुक्रवार को शहर की गलियों तथा मोहल्लों में पहले की तरह ही गंदगी बिखरी नजर आई।
'दैनिक जागरण' की टीम ने शुक्रवार को जब शहर की स्वच्छता का जायजा लिया तो पाया कि अधिकांश जगहों पर कूड़ा-कचरा फैला हुआ है। 'दैनिक जागरण' ने कुछ दिन पहले जब शहर की स्वच्छता के ऊपर एक मुहिम छेड़ी उस समय अधिकांश गलियों तथा मोहल्लों से कचरा उठा लिया गया था, लेकिन शुक्रवार जब टीम ने फिर ने उन गलियों तथा मोहल्लों का जायजा लिया तो हालात पहले की तरह ही पाए गए। टीम ने शुक्रवार सुबह सपड़ी मोहल्ले से अपनी पड़ताल शुरू की तो पाया कि यहां पर पहले की तरह ही कचरा बिखरा पड़ा है, जिसे न तो प्रशासन ने हटवाने की कोशिश की और न ही लोगों ने यह समझने की कोशिश की कि कचरे को उसकी सही जगह फेंका जाए। इसके बाद टीम चौगान मैदान में पहुंची तो वहां पर भी दीवाली पर फोड़े गए पटाखों के खोखे उसी तरह से पड़े हुए मिले। टीम चलते-चलते हटनाला पहुंची तो पाया कि यहां पर भी पटाखे के खाली डिब्बे पड़े हुए हैं तो वहीं द्रोबी मोहल्ले में भी गंदगी उसी तरह से लोगों का मुंह चिढ़ाते नजर आई।
नगर परिषद ने भी शहर से गंदगी को उठाने की कोई कोशिश नहीं की। प्रशासन भी स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने में कोई भूमिका नहीं निभा रहा है। प्रशासन ने मात्र एक दिन झाड़ू थाम कूड़ा उठाया। उसके बाद शहर की सुध लेना छोड़ दिया। वहीं शहर के लोग भी अपनी पुरानी आदत के चलते सड़कों पर कूड़ा फेंक रहे हैं। बहरहाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ भारत का सपना चंबा में तो पूरा होते हुए दिखाई नहीं दे रहा है।