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राधाष्टमी के समय सूखे पोखर में भर जाता है पानी

By Edited By: Published: Tue, 02 Sep 2014 01:08 AM (IST)Updated: Tue, 02 Sep 2014 01:08 AM (IST)
राधाष्टमी के समय सूखे पोखर में भर जाता है पानी

संवाद सूत्र, पुखरी : चंबा शहर से कुछ ही मील की दूरी पर स्थित पुखरी पंचायत के अनेला गांव के शिव मंदिर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी राधाष्टमी के अवसर पर पवित्र स्नान का आयोजन होगा। जिसके लिए लोगों ने सोमवार की शाम से ही यहां पर डेरा डालना शुरू कर दिया था।

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शिव मंदिर अनेला के प्रमुख गुर अनीरुद्ध ने बताया कि मणिमेहेश डल झील की भांति यहां पर भी राधाष्टमी के अवसर पर स्नान का अपना महत्व है। इस दौरान मंदिर के समीप बने पोखर जो पूरा वर्ष सूखा रहता है। वहां पर स्नान पर्व के समय पानी निकलता है। जिसके चलते यह मंदिर व यहां किया जाने वाला स्नान काफी प्रसिद्ध है। हालांकि इस रहस्य को सुलझाने के लिए कई बुद्धिजीवियों ने बार-बार प्रयत्न किया। लेकिन भगवान की इस लीला को कोई पार नहीं पा सका। ऐसे में यहां पर सूखे पोखर में पानी निकलने की घटना को पूरे रूप से दैवीय ही माना जाता है। बताया जाता है कि वर्ष में एक बार राधाष्टमी के दिन घटने वाली इस घटना को देखने के लिए व स्नान में हिस्सा लेने के लिए यहां पर दूर-दूर से लोग आते हैं। इस चमत्कार को देखने के बाद भगवान शिव से अपनी मन की मुराद मांगते हैं। ऐसा माना जाता है कि जितना फल मणिमहेश डल झील में स्नान करने का मिलता है। उतना ही पुण्य इस पोखर में पानी भरने के बाद यहां पर स्नान करने से मिलता है। हालांकि अभी भी इस सूखे पोखर में पानी कैसे और कहां से भरता है। इस संबंध में श्रद्धालुओं का जवाब कोई नहीं दे पाया है। जिसके चलते लोग इसे दैवीय कृपा ही मानते हैं।


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