सूचना के अभाव में बिछुड़ रहे मणिमहेश यात्री
संवाद सूत्र, भरमौर : मणिमहेश यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को सूचना केंद्रों के अभाव में अपने परिजनों से बिछड़ने पर वापस घरों की ओर लौटना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासन ने यात्रा के मुख्य पड़ावों पर सूचना केंद्रों की व्यवस्था तो की है। लेकिन इनमें पर्याप्त कर्मचारी मुहैया न हो पाने से यह अभी तक क्रियान्वित नहीं हो पाए हैं।
मणिमहेश यात्रा के दौरान हजारों लोगों की भीड़ में बच्चों व बुजुर्गो का अपने परिवार से अलग हो जाना आम बात है। जिन्हें आपस में मिलाने वाले सूचना केंद्र अभी तक खामोश हैं। ऐसे में अगर यात्री अपने के बिछड़ जाने की सूचना दर्ज करवाना चाहते हैं। तो उन्हें पता ही नहीं चल पा रहा है कि सूचना केंद्र कहां है। क्योंकि हजारों लोगों की भीड़ को आवश्यक सूचनाएं पहुंचाने में सूचना केंद्र जितनी अहम भूमि अदा करते हैं उतनी शायद कोई नहीं। वैसे तो इस संदर्भ में प्रशासन के पास शिकायतें तो काफी आई हैं। लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रियात्मक कार्रवाई नहीं हो पाई है। परिणामस्वरूप इस अनियमितता का खामियाजा मणिमहेश यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं को भुगतना पड़ रहा है।
सूत्रों की मानें तो भरमौर प्रशासन ने सूचना जारी करने का कार्य यात्रा के दौरान सूचना एवं जन संपर्क विभाग भरमौर को दे रखा है। जिसके चलते मणिमहेश, गौरीकुंड, धंछो व हड़सर नामक स्थानों में यह केंद्र तो खोले गए हैं। लेकिन इनमें कर्मचारी नियुक्त न हो पाने से दिक्कतें पेश आ रही हैं। ऐसे में कई यात्री तो रास्ते से ही घर लौटने को मजबूर हो रहे हैं। इस संदर्भ में एसडीएम भरमौर जितेंद्र कंवर ने बताया कि लोनिवि को निर्देश दे दिए गए हैं कि सभी सूचना केंद्रों, स्वास्थ्य केंद्रों व आवश्यक स्थानों को इंगित करने वाले सूचना बोर्ड लगाए जाएं।
आधिकारिक सूत्रों की मानें अब लगभग चार लाख श्रद्धालु मणिमहेश में उपस्थिति दर्ज करवा चुके हैं। लेकिन प्रशासन के निर्देशानुसार आवश्यक स्थानों पर न तो साइन बोर्ड लगाए गए हैं और न ही सूचना केंद्रों में माइक संभालने वाला कोई मिल रहा है। लिहाजा इस यात्रा में विभिन्न पड़ावों में सूचना केंद्र चालू किए जाने की बेहद आवश्यकता है।