चंबा अस्पताल में दवाओं का स्टाक खत्म
संवाद सहयोगी, चंबा : क्षेत्रीय चिकित्सालय चंबा में शिशु रोगियों को दी जाने वाली विभिन्न तरह की दवाइयों का स्टाक खत्म हो जाने से स्थिति बेहद चिंताजनक बन चुकी है। जिले में एकमात्र सुविधा संपन्न स्वास्थ्य केंद्र माने जाने वाले क्षेत्रीय चिकित्सालय चंबा में शिशु रोग से संबंधित कई दवाएं समाप्त हो चुकी हैं।
फलस्वरूप यहां शिशु रोगियों को उपचार करवाने के लिए पहुंचने वाले परिजनों को दवाई विक्रेताओं से महंगे दामों पर दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं। आलम यह है कि शिशु रोग वार्ड में उपचाराधीन शिशु रोगियों के परिजन ड्यूटी पर तैनात नर्स स्टाफ को दवाएं उपलब्ध न करवाने हेतु कोस रही हैं। जिसके चलते परिस्थिति बेहद चिंतनीय बनी हुई है। उधर सरकारी दवाएं न मिल पाने के कारण निजी दवाई विक्रेताओं के बारे न्यारे हो गए हैं। जमीनी स्तर पर देखें तो पता चलेगा कि मौजूदा समय में खबर लिखे जाने तक क्षेत्रीय चिकित्सालय के शिशु रोग वार्ड में डायरिया, सर्दी-जुकाम, वायरल व अन्य कई के बरसाती रोगों से ग्रसित लगभग 60 से अधिक शिशु रोगियों का स्वास्थ्य उपचार राम भरोसे चल रहा है।
हालांकि शिशु रोगी वार्ड के स्टाफ ने दवाएं का मांग पत्र चिकित्सालय प्रशासन को थमा दिया है। लेकिन बावजूद इसके लगता है कि दवाई खरीद केंद्र से चंबा तक दवाइयों के पहुंचने में लगभग तीन से चार दिन का समय तो लग ही जाएगा। ऐसे में आगामी कुछ दिनों में क्षेत्रीय चिकित्सालय चंबा में शिशु रोगियों का इलाज करवाना काफी महंगा साबित हो सकता है। शिशु रोगियों के लिए आवश्यक एंटीवायोटिक इंजेक्शन, डायरिल एंटी डोट, सर्दी जुकाम व खासी में दिया जाने वाला सिरप सहित अन्य कई दवाइयों को टोटा पड़ा हुआ है।
जल्द उचित कार्रवाई करेंगे : डॉ. विनोद
क्षेत्रीय चिकित्सालय चंबा के एमएस डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि उक्त मामले को लेकर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्च अधिकारी बेहतर प्रयास कर सकते हैं।