एक ही घर से बूझे दो चिराग
शकूर अहमद, तीसा
चुराह क्षेत्र के खुशनगरी क्षेत्र में कुठेड गांव के निवासी प्यारदीन ने यह कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि पांगी में स्थापित उसके कारोबार में हाथ बढ़ाने के लिए जब वह अपने हाल ही में दूल्हे बने सबसे छोटे बेटे पासून मुहम्मद को व्यापार का पाठ पढ़ाने के लिए चुराह से पांगी ले जाएगा। तो फिर वह कभी अपने बिछड़े हुए परिवार से नहीं मिल पाएंगे।
गत शुक्रवार को चंबा से पांगी के लिए सुनहरी भविष्य की यादें लिए यह दोनों बाप-बेटा घर से निकले थे। ध्रवशाला के पास वाहन के चिनाब नदी में गिर जाने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। एक साथ घर के दो चिराग बुझ जाने से घर में मातम छा गया है। गौर हो कि 22 दिन पहले शादी करके घर में लाई गई पासून की नई नवेली दुल्हन, जिसके हाथों की अभी मेहंदी भी नहीं उतरी थी के सारे अरमान पल भर में ही पत्थर हो गए। सूचना मिली है कि मृतक प्यारदीन पांगी के मुख्य बाजार किलाड़ में पिछले 30 वर्षो से सब्जी की दुकान चला रहा था। वह सर्दियों का मौसम अपने घर में बिताने के बाद गत शुक्रवार को सबसे छोटे बेटे पासून को साथ लेकर चुराह से चंबा और चंबा से एक निजी टैक्सी वाहन द्वारा पांगी जाने के बारे में अपने घरवालों को अवगत करवा के गया था। खबर लिखे जाने तक मृतकों के परिजन दोनों के शव लेने के लिए घटना स्थल की ओर रवाना हो चुके थे।
वहीं इस हादसे में समाये पुखरी के ओमप्रकाश अपने पीछे पत्नी, पांच बेटियों व एक बेटे को छोड़ गए हैं। दो बेटियों की शादी हो चुकी है। जबकि तीसरे नंबर की बेटी की शादी जुलाई माह में तय हो चुकी है। बेटी से शादी के लिए जल्द लौट आने का वादा कर गए ओमप्रकाश अब सदा के लिए बिछड़ गए हैं।