बायोमीट्रिक देगी श्रद्धालुओं का स्टीक आंकड़ा
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : उत्तरी भारत की प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां नयनादेवी मंदिर में अब आने वाले श्रद
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : उत्तरी भारत की प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां नयनादेवी मंदिर में अब आने वाले श्रद्धालुओं का स्टीक आंकड़ा बायोमिट्रिक मशीन ही बताएगी। न्यास प्रबंधन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इस बार प्रभावी कदम उठाया है। मेले के दौरान नौ सेक्टर में बंटे नयनादेवी क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मेलों के शुभारंभ से दो दिन पहले वीरवार को पुलिस और गृहरक्षा के 250 जवान नयनादेवी पहुंच गए हैं।
एक अक्टूबर से नवरात्र के आगाज के साथ ही मां नयनादेवी मंदिर में मेलों का आगाज हो जाएगा। दस अक्टूबर तक चलने वाले मेलों में प्रदेश के अलावा बाहरी राज्यों से लाखों की तादात में श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए पहुंचेंगे। मंदिर परिसर में प्रवेश करने से पहले मुख्य द्वार पर अलग-अलग स्थानों पर करीब छह बायोमीट्रिक मशीन लगाई जा रही हैं। कैंचीमोड़, टोभा, बस स्टैंड समेत अन्य अलग-अलग स्थानों पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए गेट लगाए गए हैं। वीरवार को पुलिस के जवान नयनादेवी मंदिर में सुरक्षा का जिम्मा संभालने के लिए पहुंच गए हैं। मदन कुमार मंदिर अधिकारी नयनादेवी का कहना है कि एक अक्टूबर से शुरू होने वाले नवरात्र मेले की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पेयजल से लेकर लंगर के माध्यम से श्रद्धालुओं के लिए भोजन की भी व्यवस्था रहेगी।
इस तरह काम करेगी बायोमीट्रिक मशीन
श्री नयनादेवी के प्रवेशद्वारों में श्रद्धालुओं को मंदिर प्रबंधन की ओर से एक कार्ड प्रदान किया जाएगा। आगे चलकर जब श्रद्धालु मुख्य प्रवेशद्वार पर पहुंचेंगे तब कार्ड का इस्तेमाल बायोमीट्रिक मशीन में करना होगा। इसके बाद ही मुख्य प्रवेशद्वार से श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में जाने की अनुमति मिलेगी। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने छह अलग-अलग स्थानों पर बायोमीट्रिक मशीन लगाने का निर्णय लिया है।