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मत्स्य निदेशक पर लगे आरोपों की हो जांच : संघ

संवाद सहयोगी, बिलासपुर हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी संघ बिलासपुर इकाई ने मत्स्य कर्मचारी संघ

By Edited By: Published: Wed, 24 Aug 2016 06:50 PM (IST)Updated: Wed, 24 Aug 2016 06:50 PM (IST)

संवाद सहयोगी, बिलासपुर

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हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी संघ बिलासपुर इकाई ने मत्स्य कर्मचारी संघ की बैठक में लिए गए निर्णयों का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मत्स्य विभाग के निदेशक पर लगे आरोपों की जांच करवाने का आग्रह किया है।

जिला अराजपत्रित कर्मचारी संघ बिलासपुर के प्रधान किरपाल सिंह मराठा, महासचिव भूपेंद्र पाल डोगरा व अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि मत्स्य विभाग एक छोटा विभाग है तथा इसमें 200 से 250 कर्मचारियों व अधिकारियों का कैडर है तथा पदोन्नति के सीमित साधन हैं। विभाग में निदेशक को सेवा विस्तार देने से चतुर्थ श्रेणी (चपरासी) से लेकर मत्स्य जीवी, क्षेत्रीय मत्स्य सहायक, मत्स्य अधिकारी, उप व सहायक निदेशक तक सभी प्रभावित होंगे क्योंकि ये सभी प्रमोशन चैनल में आते हैं। इससे विभाग की आठ श्रेणियां सीधे तौर पर प्रभावित होंगी। वर्तमान में मत्स्य निदेशक पिछले चार साल से विभाग के दो उच्च पदों पर कब्जा जमाए हुए हैं। अब यह अधिकारी सेवा विस्तार के जुगाड़ में हैं। मत्स्य सोसायटी में काफी मात्रा में सरकारी धन उपलब्ध है इसलिए इस सोसायटी को किसी सेवानिवृत्त अधिकारी के हाथों में सौंपना सही नहीं होगा। संघ ने मांग की है पिछले चार साल में किए गए खर्च की भी जांच होनी चाहिए। संघ ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि ऐसे अधिकारियों को न तो सेवा विस्तार दिया जाए और न ही सोसायटी में किसी अन्य पद पर नियुक्त किया जाए।


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