डाइट जुखाला में चोरीछिपे कर दी घास की नीलामी
हरिओम वैद्य, जुखाला जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जुखाला डाइट के मैदान की घास की नीलामी के लिए
हरिओम वैद्य, जुखाला
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जुखाला डाइट के मैदान की घास की नीलामी के लिए डाइट के कर्मचारियों ने बिना नीलामी किए ही स्थानीय किसानों को घास काटने की अनुमति दे डाली है। हालांकि पांच या छह बार घास की नीलामी के लिए अधिसूचना जारी की गई, लेकिन कोई भी किसान नहीं पहुंचा। लेकिन बाद में कर्मचारियों ने मनमाने तरीके से ही इस घास की नीलामी कर दी।
किसान बाबू राम और रवि दत्त ने बताया कि जुखाला डाइट ने 24 अगस्त को नीलामी का दिन निश्चित किया था। लेकिन डाइट द्वारा कोई भी घास की नीलामी संबंधी अधिसूचना जारी नहीं की थी। जुखाला डाइट द्वारा हर वर्ष डाइट मैदान के घास की नीलामी की जाती है। इस वर्ष भी यह नीलामी सार्वजानिक तौर पर की जानी थी। लेकिन डाइट के कर्मचारियों ने डाइट परिसर के अंदर ही नीलामी संबंधी पोस्टर लगवाए थे। नीलामी की निर्धारित तिथि के दिन दो ही किसान नीलामी के लिए पहुंचे थे। जिसके चलते डाइट के कर्मचारियों ने नीलामी की तिथि को आगे बढ़ाकर 27 अगस्त कर दिया। इस दिन जुखाला क्षेत्र के दो किसान रवि दत्त और बाबू राम नीलामी के लिए सुबह 11 बजे डाइट कार्यालय जुखाला पहुंच गए थे। वे शाम छह बजे तक इंतजार करते रहे, लेकिन डाइट के कर्मचारियों ने उस दिन भी घास की नीलामी नहीं की। इसके बाद 29 अगस्त की तिथि को अगली नीलामी के लिए निर्धारित किया। 29 अगस्त को जब बाबू राम और रवि दत्त डाइट कार्यालय पहुंचे तो क्षेत्र की दो महिलाएं भी घास की नीलामी के लिए पहुंची थीं। उन्होंने कहा कि जब वह डाइट के अन्य कर्मचारियों से घास की नीलामी के बारे में पूछताछ करने लगे तो डाइट के कर्मचारियों ने बताया कि घास की नीलामी 27 अगस्त को 4505 रुपये में हो चुकी है। क्षेत्र की दो महिलाओं के बारे में बताया कि यह नीलामी के रुपये जमा करवाने आई थीं। बाबू राम ने बताया कि जब डाइट के कर्मचारियों से 4505 रुपये की रसीद मांगी तो उन्होंने कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
उधर, डाइट केंद्र जुखाला के प्रधानाचार्य जेएस राव ने कहा कि कई बार नीलामी के लिए किसानों को बुलाया गया, लेकिन कोई भी नहीं आया। वह कुछ दिन से कार्यालय के कार्य के चलते राजस्थान गए हुए थे। नीलामी हुई या नहीं कार्यालय जाकर ही कुछ बता पाएंगे।