एक दशक से नहीं बढ़ा प्रायोगिक भत्ता
अनिल कुमार, बिलासपुर प्रदेश के स्कूलों में करीब 12 हजार विज्ञान अध्यापक प्रायोगिक (प्रेक्टिकल) भत्
अनिल कुमार, बिलासपुर
प्रदेश के स्कूलों में करीब 12 हजार विज्ञान अध्यापक प्रायोगिक (प्रेक्टिकल) भत्ता बढ़ने के इंतजार में हैं। एक दशक से इन अध्यापकों को मिलने वाले प्रायोगिक भत्ते में बढ़ोतरी नहीं की गई है।
वर्ष 2001 से पहले 30 रुपये प्रायोगिक भत्ता मिलता था। विज्ञान संघों के आंदोलन के कारण 10 साल पहले प्रायोगिक भत्ता 150 रुपये किया गया था। इसके बाद किसी सरकार व शिक्षा विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। हालांकि इस मामले को कई बार शिक्षा विभाग के समक्ष रखा गया है। प्रायोगिक भत्ता कम से कम 500 रुपये करने की मांग की जा रही है लेकिन सरकार द्वारा इसे अनदेखा किया जा रहा है। इस कारण विज्ञान अध्यापकों में सरकार के प्रति रोष है। बिलासपुर जिला विज्ञान अध्यापक संघ के अध्यक्ष सुरेश ठाकुर व महासचिव शिव कुमार नड्डा का कहना है कि प्रायोगिक भत्ता नहीं बढ़ाया जा रहा है। इस संबंध में शिक्षा विभाग व सरकार को कई बार अवगत करवाया गया है लेकिन मामला अधर में है। उधर, प्रारंभिक शिक्षा उप निदेशक सरोजनी शर्मा ने कहा कि विभाग ने प्रायोगिक भत्ता बढ़ाने के लिए प्रस्ताव नहीं भेजा है। विज्ञान अध्यापक संघ ने इस मामले से अवगत करवाया था जिस पर विचार-विमर्श किया जाएगा।